#JaunpurNews : इस वजह से सिद्दीकपुर, कोइरीडीहा से होगा रूट डायवर्जन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
सरायख्वाजा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के ऐतिहासिक भादो छठ मुख्य मेला 8 सितंबर दिन रविवार को लगेगा जबकि मेला शुरू हो गया है। इसकी तैयारी पूरी होने का जिम्मेदारों ने दावा किया है। सुबह 4 बजे से ही लोग सूरजकुंड में स्नान करेंगे और भीड़ बढ़ने पर सिद्धीकपुर से रूट डायवर्जन किया जाएगा। मुख्य मेला 8 सितंबर दिन रविवार को होगा। जिसके लिए सूरजकुंड तालाब की साफ सफाई और सड़क के दोनों पटरी को जेसीबी मशीन से 3 किलोमीटर तक साफ सफाई प्रधान रैना सिंह प्रतिनिधि संतोष सिंह द्वारा कराया गया है। सूरजकुंड तालाब में नहाने के लिए बैरिकेटिंग की गई है। आस्था का प्रतीक सूरजकुंड तालाब में मान्यता है कि नहाने से चर्म रोग दूर होता है जिसमें नहाने के लिए दूसरे जनपदों और प्रदेशों से लोग आते हैं और सूरजकुंड में आस्था की डुबकी लगाते हैं।
बता दें कि भादो छठ के ऐतिहासिक मेला कृषि यंत्रों के लिए भी जाना जाता है जो किसान मेला भी कहा जाता है। हालांकि पहले या मेला सप्ताह भरपूर से शुरू हो जाता था लेकिन सड़क पर अतिक्रमण आबादी बनने के चलते मेला अब रविवार को सिमट कर रह गया है जबकि कृषि यंत्रों की खरीदारी के लिए मेला तीन दिन तक चलता रहता है। इस बाबत पूछे जाने पर थाना प्रभारी राज नारायण चौरसिया का कहना है कि मेले के लिए अतिरिक्त पुलिस व्यवस्था की गई है जो मेले में व्यवस्था की निगरानी रखेगी। अगर भीड़ बड़ी तो सिद्धिकपुर से करंजाकला, मल्हनी मार्ग होते ही कोइरीडीहा के लिए डायवर्जन कर दिया जाएगा। इसकी भी तैयारी की गई है। बैरियर लगाया जा रहा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि मेले का अस्तित्व ख़त्म ना हो इसके लिए तमाम तरह की व्यवस्था की जा रही है और मेले में दुकानदारों से किसी प्रकार की वसूली करने पर रोक लगा दी गई है। 3 किलोमीटर सड़क की साफ सफाई ग्राम प्रधान द्वारा कराई गई है जिससे दुकान लगाने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। मेला जासोपुर, पूर्वांचल विश्वविद्यालय, भकुरा मोड़, सरायख्वाजा, कोइरीडीहा, मल्हनी, लपरी, इटौरी बाजार सहित कुल 7 किलोमीटर दूरी में लगेगा। बाहर से सैकड़ों दुकानदार मेले में पहुंचकर अस्थाई दुकान लगाने के लिए जगह का चुनाव कर लिए हैं।