नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर में बीते शनिवार देर शाम को तीन मंजिला इमारत ढह गई जिसके मलबे में दबकर अब तक 8 व्यक्तियों की मौत हो गई है। इस हादसे में 28 अन्य घायल हुए हैं। जानकारी दें कि लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में बीते शनिवार शाम एक बिल्डिंग (हरमिलाप टावर) भरभराकर जमींदोज हो गई थी। इस हादसे में बिल्डिंग के पास खड़ा एक ट्रक भी चपेट में आ गया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई। देर रात तक नगर निगम, SDRF की 2 टीम और NDRF की 4 टीम रेस्क्यू में जुटी रहीं। वहीं अब तक 8 शव मलबे से बाहर निकाले जा चुके हैं। इसके साथ ही 28 घायलों को लोकबंधु अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए बगल की बिल्डिंग की दीवार काटकर रास्ता बनाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार घटना शाम 4:45 बजे घटी। हरमिलाप टावर नाम के इस भवन का उपयोग गोदाम के तौर पर किया जा रहा था। भवन के भूतल में एक मोटर वर्कशाप और एक गोदाम था और प्रथम तल पर चिकित्सा सामग्री का एक गोदाम, जबकि दूसरे तल पर एक अन्य गोदाम था। इस तीन मंजिला इमारत में कुछ निर्माण कार्य चल रहा था। इस भवन का निर्माण करीब चार वर्ष पहले किया गया था। मेडिकल गोदाम में काम करने वाले और इस दुर्घटना में घायल आकाश सिंह ने कहा कि कर्मचारियों ने देखा कि भवन का एक स्तंभ क्षतिग्रस्त था। आकाश सिंह ने कहा, “बारिश की वजह से हम लोग उतरकर भूतल पर आ गए थे। हमने देखा कि भवन के एक स्तंभ में दरार आ गई थी। अचानक, पूरा भवन हमारे ऊपर गिर गया।”
घायलों के मुताबिक, उस भवन में काम करने वाले ज्यादातर लोग घटना के समय भूतल पर मौजूद थे।वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी बचाव कार्य पर नजर रखने के लिए घटनास्थल पर मौजूद हैं। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बचाव कार्य अब यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित है कि कोई भी मलबे में दबा ना रहे।राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के बचाव दल को राहत कार्य में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं।