'काकोरी ट्रेन एक्शन' की वर्षगांठ पर माँ भारती की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले सभी अमर वीर सपूतों को नमन-पुष्पेन्द्र सिंह | #NayaSaveraNetwork



नया सवेरा नेटवर्क

काकोरी काण्ड एक ऐसी घटना है जिसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पृष्ठ जोड़ा।
काकोरी कांड 9 अगस्त 1925 को हुआ था, जब एक समूह क्रांतिकारियों ने लखनऊ के काकोरी स्टेशन पर एक ट्रेन को लूटा, जिसमें सरकारी खजाना था। इस घटना में शामिल प्रमुख क्रांतिकारी थे राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी और ठाकुर रोशन सिंह।
इन क्रांतिकारियों ने सरकारी खजाने को लूटने के लिए एक सोच-समझा प्लान बनाया था। उन्होंने ट्रेन को लूटने के लिए एक विशेष तरीका अपनाया, जिसमें उन्होंने ट्रेन के गार्ड को बंदी बना लिया और फिर खजाने को लूट लिया।
लेकिन इस घटना के परिणामस्वरूप, सरकार ने क्रांतिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की और कई क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी और ठाकुर रोशन सिंह सहित कई क्रांतिकारियों को फांसी की सजा दी गई।
काकोरी कांड का महत्व इस बात में है कि यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी। यह घटना ने क्रांतिकारी गतिविधियों को एक नई दिशा दी और स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।

आज हमें काकोरी कांड के शहीदों को याद करना चाहिए और उनके बलिदान को सलाम करना चाहिए। हमें उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए और स्वतंत्रता संग्राम के लिए उनके योगदान को याद रखना चाहिए।
जय हिंद🇮🇳
✍️पुष्पेन्द्र सिंह
(जनसेवक-मछलीशहर,जौनपुर)
#KakoriTrainAction


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