नया सवेरा नेटवर्क
नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस में तैनात कुछ अधिकारियों के बच्चों ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के नतीजों में परचम लहराया है। दिल्ली पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक की बेटी प्रतिभा (26) ने अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की है और वह देश की सेवा करने के लिए आईपीएस अधिकारी बनना चाहती हैं। प्रतिभा अपने परिवार के साथ गुरुग्राम में रहती हैं। उनके पिता दिल्ली पुलिस की सुरक्षा इकाई में तैनात हैं जबकि उनकी मां हरियाणा के राज्य स्वास्थ्य विभाग में तैनात हैं। प्रतिभा के भाई विदेश मंत्रालय में काम करते हैं और उनकी भाभी दिल्ली पुलिस में उप-निरीक्षक के पद पर तैनात हैं।
प्रतिभा ने कहा, ‘‘मैं भाग्यशाली थी कि मेरे परिवार ने मेरा बहुत समर्थन किया और हमेशा मुझे अपने घर में पढ़ाई का माहौल दिया। यह मेरा दूसरा प्रयास था और मैं आईपीएस अधिकारी बनना चाहती हूं।’’ प्रतिभा ने कहा कि उन्होंने अपने भाई के मार्गदर्शन से खुद ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की और 356वीं रैंक हासिल की। उन्होंने बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की है। एक अन्य सहायक उप-निरीक्षक संजीव डबास की बेटी सृष्टि डबास ने छठी रैंक हासिल की है। मंगलवार को परिणाम घोषित होने पर वह दिल्ली में नहीं थीं। सृष्टि भारतीय रिजर्व बैंक में अधिकारी हैं और मुंबई में तैनात हैं।
दिल्ली यातायात पुलिस में तैनात एएसआई संजीव डबास ने कहा, ‘‘यह मेरी बेटी का पहला प्रयास था और उसने यह परीक्षा पास कर ली। मैं बेटी पर गर्व महसूस कर रहा हूं।’’ वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बाहरी दिल्ली के हिरन कुदना गांव में रहते हैं। संजीव डबास ने कहा, ‘‘अपनी नौकरी करते हुए सृष्टि ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ ऑनलाइन कक्षाएं लेने के अलावा खुद ही पढ़ाई की।’’ उन्होंने बताया कि सृष्टि ने उन्हें मंगलवार को फोन पर परिणामों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि रूपल जानती थी कि वह परीक्षा में सफलता हासिल करेगी लेकिन उसने कभी इतनी अच्छी रैंक की उम्मीद नहीं की थी। यूपीएससी परीक्षा के दौरान रूपल के लिए यह वास्तव में कठिन समय था क्योंकि अंतिम साक्षात्कार से ठीक दो महीने पहले उनकी मां का निधन हो गया था। अपराध शाखा में तैनात दिल्ली पुलिस के उप-निरीक्षक पवन कादियान के बेटे उदित कादियान ने 375वीं रैंक हासिल की है और वह आईपीएस अधिकारी बनना चाहते हैं।
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