नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई। साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यों की राष्ट्रीय संस्था काव्यसृजन परिवार का 9वाँ होली स्नेह मिलन, सम्मान समारोह व कवि सम्मेलन का आयोजन दुबे मेडिकल कॉलेज नालासोपारा में संपन्न हुआ। पं. बंशीधर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उमाशंकर पाण्डेय तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विशाल दूबे, निडर "जौनपुरी" तथा डॉ मुकेश कबीर उपस्थित रहे। प्राध्यापक अंजनी द्विवेदी "अनमोल" ने इस विशेष कार्यक्रम का शानदार संचालन किया।
दूबे आयुर्वेद महाविद्यालय नालासोपारा (ईस्ट), जिला- पालघर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके पूजन-वंदन तथा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। पूजन-वंदन के उपरांत पंडित जमदग्निपुरी ने फगुआ धुन में माँ शारदे की सुमधुर वंदना करके कार्यक्रम का आगाज़ किया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में महानगरों, उपनगरों व पूरे देश में सामाजिक, साहित्यिक व सांस्कृतिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभिन्न विभूतियों का सम्मान किया गया।
इसके अंतर्गत डॉ. सुधाकर मिश्र को काव्यसृजन रत्नाकर सम्मान से सजनलाल यादव जी को साहित्य भूषण सम्मान से डॉ मुकेश कबीर को साहित्य रत्न सम्मान से अवधेश यदुवंशी को युवा साहित्य रत्न सम्मान से, डॉ उमेशचन्द्र शुक्ल को साहित्य गौरव सम्मान से, राम सिंह को साहित्य सेवी सम्मान से, डॉ कुसुम तिवारी "झल्ली" को महिला साहित्य रत्न सम्मान से, सत्येन्द्र रावत "बंटी" को डॉ लोहिया सम्मान से, दिलीप शर्मा जी को कलाधर सम्मान से, प्रो.आशुतोष मिश्र को मोहन सम्मान से, डॉ ओमप्रकाश दूबे जी को धनवंतरि सम्मान के साथ-साथ संस्था ने शाल पुष्पगुच्छ व मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मान समारोह के बाद कवियों न होलीगीत फगुवा, चैता, बेलवइया प्रस्तुत कर श्रोताओं को रस से सराबोर कर दिया।
कवि पं.जमदग्निपुरी,अरुण "अविकल" प्रा.अंजनी द्विवेदी"अनमोल", माता प्रसाद शर्मा, अवधेश यदुवंशी,राम सिंह,रवि यादव"प्रीतम",सजनलाल यादव, अवधेश विश्वकर्मा "नमन",अमित दूबे,डॉ प्रमोद "पल्लवित" अमरनाथ दूबे, श्रीनाथ शर्मा, "आत्मिक"श्रीधर मिश्र,विनोद कुमार मिश्र, निडर "जौनपुरी", डॉ मुकेश कबीर, बंशीधर शर्मा, मनोज झा, सौरभ दत्ता "जयंत", राहुल सिंह "ओज", डॉ कुसुम तिवारी "झल्ली" आदि ने अपनी शानदार काव्य प्रस्तुति से आयोजन को ऊँचाई प्रदान की। विशेष आकर्षण रहे अदृश्य रूप से सभागार में मार्गदर्शक मोतीलाल बजाज जी| तन उनका मीरारोड में था मन कविता के माध्यम से नालासोपारा के सभागार में था| उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में प्रो चंद्रभूषण शुक्ल, पुष्कर तिवारी, अमित उपाध्याय जैसे अनेक श्रोतागण सभागार में अंत तक उपस्थित रहे।
श्रोता के रूप में उपस्थित रहकर सभी श्रोताओं ने कवियों का खूब उत्साह वर्धन भी किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बंशीधर शर्मा जी ने बड़े ही संतुलित ढंग से प्रस्तुत रचनाओं की समीक्षा की तथा संस्था को साधुवाद दिया। सभी अतिथियों ने भी इस शानदार कार्यक्रम के आयोजन के लिए काव्यसृजन परिवार की सराहना की तथा साधुवाद दिया।
दिवंगत प्रोफेसर व कवि डॉ शोभनाथ यादव की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अंत में पं.जमदग्निपुरी ने सभी आमंत्रित,अतिथियों, कवियों, श्रोताओं, स्नेहीजनों व महाविद्यालय प्रबंधन के प्रति कृतज्ञता सहित आभार ज्ञापित किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ इस शानदार व भव्य होली स्नेह-मिलन, सम्मान समारोह व कवि सम्मेलन का समापन हुआ।
1 टिप्पणियाँ
सुन्दर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद