नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के रज्जू भइया संस्थान स्थित अर्थ एंड प्लेनेटरी साइंसेज विभाग द्वारा 05 से 11 अप्रैल से रिमोट सेंसिंग के विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। उक्त कार्यशाला उक्त कार्यशाला का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से किया जा रहा है। कार्यशाला के आयोजक डा. श्याम कन्हैया ने बताया कि यह कार्यशाला अर्थ सांइस एवं संबंधित विषयों के क्षेत्र में विद्यार्थियों को नवाचारी तकनीकों के माध्यम से संवेदनशील कराएगी।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को रिमोट सेंसिंग तकनीक के प्रयोग के माध्यम से अनुभव प्राप्त करना है। इसके अलावा, विशेषज्ञों द्वारा संचालित सेशन और वर्कशॉप्स के माध्यम से छात्रों को सीखने और अनुसंधान के अवसर प्रदान किए जाएंगे। यह कार्यशाला सूचना प्रौद्योगिकी, भू आकृति विज्ञान व आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में रिमोट सेंसिंग तकनीकी एवं और उसके अनुप्रयोगों पर विशेषरूप से केंद्रित करेगी।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला पूर्ण रूप से निःशुल्क है जिसमें देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से लगभग 200 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से 25 शोधार्थी प्रतिभागियों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला में देश भर के 20 विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान एवं हैंड्स आन ट्रेनिंग सत्रों का संचालन किया जाएगा। निश्चित रूप से यह कार्यशाला अर्थ सांइस एवं संबंधित विषयों के क्षेत्र में कार्य करने वाले छात्रों के लिए एक बेहतरीन अवसर है।
हम उम्मीद करते हैं कि यह कार्यशाला छात्रों के विज्ञान में रुचि को बढ़ाएगी और उन्हें नई तकनीकों का अनुभव प्राप्त करने का मौका देगी। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो वंदना सिंह करेंगी एवं मुख्य अतिथि देश के प्रसिद्ध भूविज्ञानी प्रो जयंत नाथ त्रिपाठी होगें। कार्यशाला में एक दिन जियोलॉजिकल फील्ड विजिट का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें छात्र सोनभद्र एवं मिर्जापुर परिक्षेत्र की विंध्य पहाड़ियों के रहस्यों से परिचित होंगे।
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