- 6 घंटे बाद आया होश तो स्थानीय लोगों से लिया बच्चा
बिपिन श्रीमाली @ नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। माता शीतला चौकियां के दरबार में मुंडन कराने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। सोचने वाली बात यह है कि अगर कोई अपने बच्चे का मुंडन कराने आए और उस बच्चे को ही छोड़कर अपने घर चला जाए तो ऐसे परिवार को आप भी गैर जिम्मेदार, लापरवाह कहेंगे। कुछ ऐसा ही मामला सोमवार को देखने को मिला। धाम में भारी भीड़ होने के कारण एक परिवार अपने बच्चे का मुंडन संस्कार करने शीतला चौकियां धाम पहुंचा। मुंडन के बाद परिवार घर वापस भी लौट गया लेकिन जिस बच्चे के मुंडन के लिए वह परिवार धाम में आया था उस बच्चे को वहीं छोड़ दिया। घर पहुंचने पर गाड़ी में बच्चा न होने पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। परिजन तुरंत बच्चे की तलाश में सायं 7 बजे चौकियां धाम पहुंचे।
शिव प्रसाद सरोज 40 वर्ष निवासी लखनउडीह, सैफाबाद, पट्टी प्रतापगढ़ निवासी चार पहिया वाहन व बाइक से अपने परिवार परिजनों के साथ दर्शन पूजन मुंडन कराने 14 लोगों के साथ चौकियां धाम आए थे। दर्शन पूजन करने के उपरांत परिजन अपने वाहन से घर चले गए। किसी को यह मालूम नहीं था कि बच्चा गाड़ी में नहीं है। घर पहुंचने पर गाड़ी में बच्चा न होने पर परिजनों के होश उड़ गए। बच्चे की खोज के लिए परिजन तुरंत वापस चौकियां धाम पहुंचे। दोपहर में जब शीतला चौकियां धाम निवासी नंदू माली ने जब सड़क किनारे अज्ञात बच्चा रोते देखा तो इसकी सूचना मंदिर के खोया पाया केंद्र पर अलाउंस कराया। परिजनों को न आने पर बच्चे की देखभाल के लिए अपने घर ले गया। इसकी सूचना स्थानीय लोगों को दे दी थी। इसी क्रम में शाम 7 बजे स्थानीय लोगों की मौजूदगी में बच्चे को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। बच्चे को लेकर सकुशल एक बार परिजन मातारानी जी के दरबार में दर्शन कराकर खुशी-खुशी अपने घर के लिए प्रस्थान किए।
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