प्रयागराज: रामराज की परिकल्पना हो रही साकार: अरुण गोविल | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। रामयज्ञ शोभा यात्रा के ठाकुर हरनारायण सिंह डिग्री कॉलेज पहुंचने पर हुए आयोजन में अरुण गोविल ने कहा कि आज देश में रामराज की परिकल्पना साकार हो रही है। हर तरफ का वातावरण राममय हो गया है। चारों तरफ प्रभु श्रीराम की ऊर्जा है और हर व्यक्ति इन पलों को जीना चाह रहा है। रामराज में जैसी नैतिकता और संस्कृति थी, वैसी ही अनुभूति हो रही है। प्रयाग की पुण्य धरा पर मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती प्रवाहित है। इस पावन भूमि में प्रभु के चरण पड़े थे। यहां के कण-कण में धर्म और अध्यात्म प्रवाहमान है। तीर्थराज प्रयाग में आयोजित यज्ञ में राम का नाम जुड़ जाय तो सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। देश का सौभाग्य है कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में राजाराम हैं। इससे विश्व में भारत का नाम और प्रतिष्ठित होगा। रामायण में राम है और राम ही रामायण है। रामायण हमें जीवन जीना सिखाती है और हमारी संस्कृति से पहचान कराती है। हमारी संस्कृति विश्व को सर्वोपरि संस्कृति है। वह दिन दूर नहीं जब फिर एक बार दुनिया हमें अपना विश्व गुरु मानेगी।