जौनपुर: नए सिद्धांत को विकसित करने में ईएफए प्रभावशाली:एसएम खान | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में चल रहे भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो साप्ताहिक कार्यशाला को प्रोफेसर एसएम खान अलीगढ़ विश्वविद्यालय ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कनफरमेंटरी फैक्टर एनालिसिस (सीएफए) मॉडल और एसपोरेटरी फैक्टर एनलासिस (ईएफए) प्रभावशाली और बहु मुखी टूल हैं जिससे डेटा को समझने और सरल बनाने, चर की संख्या को कम करने और अव्यक्त कारकों की पहचान करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। उन्होंने बताया ऐसे टूल शोधकर्ता को विभिन्न मॉडलों का परीक्षण करने उनके संकेतकों की वैधता और विश्वसनीयता को मापने के साथ-साथ नई अंतर्दृष्टि खोजने की भी अनुमति देते हैं। कहा कि लोग ईएफए का उपयोग तब करते हैं जब डेटा संरचना के बारे में कोई पूर्व ज्ञान नहीं है या बहुत कम है, और आप इसके आयामों और पैटर्न का पता लगाना चाहते हैं। इस अवसर पर प्रो.अजय प्रताप सिंह, डॉ. मनोज पांडेय, डॉ.जाह्नवी श्रीवास्तव, अनुपम, श्रुति श्रीवास्तव, दीपक कुमार यादव, एजाज अहमद, डॉ.दया सिंधु, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. कपिलदेव, डॉ. वीरेंद्र कुमार साहू, डॉ. दीपक कुमार दास प्रतिमा मौर्या आदि उपस्थित थीं।
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