जौनपुर: 'मंदिर वाली सरकार' में नाली के पानी से डूबा मां काली मंदिर, रो-रोकर सफाई कर रही बूढ़ी मालिन | #NayaSaveraNetwork
- जौनपुर शहर के मोहल्ला नखास का हाल
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। देश में, राज्य में और नगर पालिका जौनपुर में बीजेपी की सरकार है। इस मंदिर वाली सरकार में अगर किसी मंदिर में नाली का पानी घुस रहा है तो इस सरकार के लिए इससे शर्म की बात और क्या होगी। मामला जौनपुर शहर के मोहल्ला नखास का है। गुरुवार को तड़के लगभग साढ़े 3 - 4 बजे जब बूढ़ी मालिन मंदिर पहुँची तो मंदिर के अंदर नाली का पानी घुसा था। कीचड़युक्त गंदे पाने की सफाई करते करते बूढ़ी मालिन रोने लगीं। मालिन आद्या देवी का कहना है कि जब भी नाली जाम होता है तो मंदिर में गंदा पानी घुस जाता है। जिससे मंदिर की पवित्रता तो भंग होती ही है और उसे सफाई करते करते मेरी आँखों से आंसू आ जाते हैं। हम शासन प्रशासन से यही गुहार लगाते हैं कि कोई ठोस कदम उठाया जाए ताकि समस्या का समाधान हो सके।
- मुरादें पूरी करतीं हैं मां काली
गौरतलब हो कि मोहल्ला नखास में मां काली का प्राचीन मंदिर है। बरसों पुराने इस मंदिर में मां काली, मां गौरी, बाबा भैरवनाथ के साथ विराजमान हैं। मान्यता है कि मां से कोई भक्त अगर मन्नत मांगता है तो माँ ज़रूर पूरी करतीं हैं। एक भक्त ने बताया कि अक्सर वह मां से मन्नत मांगती रहती हैं और मां उनकी पुकार ज़रुर सुनती हैं। मां के प्रति आस्था होनी चाहिए। मां सबकी इच्छा पूरी करती हैं। मोहल्ला नखास के निवासी अशोक जायसवाल ने बताया कि नाली जाम होने से अक्सर नाली का गंदा पानी मां के मंदिर में घुस जाता है जिससे मालिन के साथ साथ भक्तों को भी परेशानी होती है।
- हर वर्ष होता है माँ का भण्डारा
अशोक जायसवाल ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में मां काली का श्रृंगार किया जाता है। तत्पश्चात मां काली के प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होता है। इस भंडारे में पूरे मोहल्ले के लोग शामिल होते हैं। इसके साथ ही साथ आस-पास के लोग भी मां का प्रसाद ग्रहण करने आते हैं।