प्रयागराज: साहित्यकार डॉ. राजकुमार शर्मा पंचतत्व में विलीन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। अखिल भारतीय हिंदी सेवी संस्थान के अध्यक्ष साहित्यकार डॉ. राजकुमार शर्मा सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार दारागंज घाट पर किया गया। राजकुमार के पुत्र मधुकर मिश्र ने मुखाग्नि दी। रविवार रात में उनका निधन हो गया था। डॉ. शर्मा के निधन पर दारागंज में शोक सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर डॉ. अवधेश अग्निहोत्री ने कहा कि शर्मा विनम्रता के धनी थे। डॉ. वीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि डॉ. शर्मा रचनाकारों की पुस्तकें प्रकाशित कराने में मदद करते थे। आचार्य पं. पृथ्वीनाथ पांडेय ने कहा कि डॉ. शर्मा शैक्षिक संस्मरण सुनाया करते थे, जो मेरे लिए अनसुनी थी।
डॉ. शम्भुनाथ त्रिपाठी अंशुल ने कहा कि डॉ. शर्मा आजीवन साहित्य के प्रति समर्पित रहे। नूतन कहानियां पत्रिका को साहित्यिक रूप दिया। उन्होंने महीयसी महादेवी वर्मा के साथ साहित्यकार पत्रिका का संपादन किया। कुमकुम शर्मा, ऋचा शर्मा और ऋतु शर्मा ने अपने पिताजी से जुड़े आत्मीय संस्मरण साझा किए। विनायक शर्मा, शिवराम उपाध्याय मुकुल, सुधीर द्विवेदी, डॉ. प्रमोद शुक्ल, राजेद्रकुमार तिवारी दुकानजी, व्रतशील शर्मा, विवेक सत्यांशु ने विचार व्यक्त किए।