नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। छेत्र के प्रशाद इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने मां शीतला पैलेस लान में आज सावित्रीबाई फुले का जन्म दिन जिले के संयुक्त श्रीमाली महासभा इकाई द्वारा मनाया गया जिसमे संयुक्त श्रीमाली महासभा के अनेक स्वजातीय भाई बंधु मौजूद रहे । छोटेलाल श्रीमाली ने अपने सहयोगीगड़ के साथ सावित्रीबाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण धूप दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया उन्होंने बताया सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नया गांव में एक दलित परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम खन्दोजी नैवसे और माता का नाम लक्ष्मी था। सावित्रीबाई का विवाह 1840 में महान समाजसेवी महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ हुआ था। विश्व हिन्दू महासंघ के नगर अध्यक्ष अमर देव श्रीमाली ने बताया कि सावित्रीबाई फुले भारत की एक समाज सुधारक महिला के रूप में जाना जाता है।।वह महाराष्ट्र की कवयित्री थीं। उन्हें भारत की पहली महिला शिक्षिका के रूप में आज भी जाना जाना पहचाना जाता है। इस मौके पर उपस्थित रविकांत श्रीमाली, अमरदेव श्रीमाली, अनिल श्रीमाली, बब्लू श्रीमाली, रामचंद्र श्रीमाली सनी श्रीमाली, राजू श्रीमाली, सुरेंद्र श्रीमाली, शनि श्रीमाली, विपिन श्रीमाली, जयनारायण पंडा, संदीप श्रीमाली आदि लोग मौजूद रहे।
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