नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई। आयकर विभाग के अधिकारियों ने मुंबई में देश की सबसे बड़ी तार और केबल निर्माता कंपनी पॉलीकैब इंडिया से जुड़े 50 से अधिक स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे। अधिकारियों के अनुसार, मुंबई, पुणे, दिल्ली, बेंगुलुरु, चेन्नई, बड़ौदा (गुजरात), सिकंदराबाद (आंध्र प्रदेश) और कोलकाता के दफ्तरों में यह छापेमारी की जा रही है। आयकर विभाग की जांच शाखा के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में सशस्त्र मुंबई पुलिस कर्मी भी शामिल थे। कंपनी के शीर्ष प्रबंधन के परिसरों की भी तलाशी ली जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोप है कि पॉलीकैब ने कम मुनाफा दिखाने के लिए अपनी विनिर्माण सुविधाओं पर खर्च बढ़ाकर दिखाए और कर देनदारियां कम करने के लिए राजस्व को गलत तरीके से पेश किया।
- 2009 में भी कंपनी पर पड़ा था छापा
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उत्पाद शुल्क और कर चोरी के मामले में 2009 में भी पॉलीकैब के देशभर में स्थित ठिकानों पर छापा पड़ा था। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के अनुसार, कंपनी की वार्षिक बिक्री 2,800 करोड़ रुपये से अधिक थी, जिसमें से IT ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता लगाया था। कंपनी का व्यवसाय संचालन 23 विनिर्माण सुविधाओं, 15 से अधिक कार्यालयों और 25 से अधिक गोदामों के माध्यम से पूरे भारत में फैला हुआ है। सितंबर में कंपनी का मुनाफा 59 फीसदी बढ़कर 426 करोड़ रुपये हो गया।आयकर विभाग की छापेमारी के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्रवाई के बाद पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड के शेयरों में शुरुआती कारोबार में में 3 प्रतिशत की गिरावट आई।BSE पर इसके शेयर 3 प्रतिशत से फिसलकर 5,450 रुपये पर आ गए हैं। पिछले सत्र में शेयर 5,620.60 रुपये पर बंद हुए थे।इससे कंपनी का मार्केट कैप शुक्रवार को गिरकर 82,932 करोड़ रुपये हो गया।
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