बरेली: बरेली में बीजेपी संगठन के युवा चेहरे सांसद चुनाव में पार्टी की जीत को कर रहे जमीनी तैयारी निर्भय सक्सेना | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
बरेली। भारतीय जनता पार्टी अब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जमीनी स्तर पर जहां तैयारियों में जुट गई है वही बरेली में पार्टी संगठन को मजबूती देने के लिए बरेली एवम आंवला में भी अधीर सक्सेना एवम आदेश प्रताप सिंह को अध्यक्ष, पुराने चेहरे पवन शर्मा को जातिगत समीकरण में पुन जिला अध्यक्ष का दायित्व दिया गया। ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष का दायित्व भी युवा दुर्विजय सिंह शाक्य को दिया गया। बरेली में पिछले लोकसभा चुनाव में बरेली की सीट से आठवीं बार जीते संतोष कुमार गंगवार पर लगता है पार्टी उमर को नकार कर फिर उन्ही पर भरोसा कर रही है। यही हाल आंवला में भी धर्मेंद्र कश्यप को रिपीट की संभावना दिख रही है। संतोष गंगवार आज भी पूरी ऊर्जा से अपने संसदीय क्षेत्र में पार्टी के अधिकांश कार्यक्रम में पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों को गांव गांव तक पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं। आज भी उनके भारत सेवा ट्रस्ट कार्यालय पर हर वर्ग के लोगो का अपने कार्य के लिए जमावड़ा रहता है। 2022 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने जिले में 9 में से 7 सीट पर विजय पाई थी। तत्कालीन विधायक से नाराजगी एवम उस समय समीकरण नहीं बनने के बाद भी बीजेपी ने टिकट होल्ड तो किया था। पर टिकट नहीं बदलने पर उससे भोजीपुरा एवम बहेड़ी की सीट समाजवादी पार्टी ने छीन ली थी। इसलिए इस बार बीजेपी केवल जिताऊ पर ही भरोसा कर रही है। बीजेपी टिफिन, जातिगत सम्मेलन करने के बाद अब केंद्र सरकार की योजनाएं जन जन तक पहुंचाने में जी जान से जुटी है। उसके सांसद विधायक सभी अपने अपने एरिया में भ्रमण कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे है। बरेली भले ही स्मार्ट सिटी का दर्जा पा चुका हो पर बरेली महानगर में उसके विकास के अधिकांश कार्य प्रसव अवस्था में ही पड़े हैं। जो निरंतर बिलंबित हो रहे हैं। स्मार्ट सिटी का प्रशासन उनको कई चेतावनी के बाद अब जुर्माना भी लगाने की बात कह चुका है। पर कुतुबखाना पुल का कार्य अभी भी बीरबल की खिचड़ी ही बना हुआ है। बनने के बाद भी यह चौपला पुल की भांति यह बाई शेप नहीं होने के कारण समस्या दायक ही रहेगा। शासन को चुनाव पूर्व अब चौपला पुल को जोड़ने की कवायद शुरू हुई है । बरेली में बने आई वी आर आई का पुल हो या सेटेलाइट, चौपला का पुल हो सभी गलत डिजाइन के चलते हमेशा दुर्घटना एवम जाम का सबब ही बनते है। आठ बार के बीजेपी सांसद रहे संतोष कुमार गंगवार जिस कपड़ा एवम श्रम मंत्रालय के मंत्री रहे। उसके टेक्सटाइल पार्क एवम ई इस आई सी का 100 बेड का हॉस्पिटल की अभी कई वर्ष बीतने के बाद भी एक ईंट नहीं लग सकी। बरेली में कृषि विश्व विद्यालय, दक्षिण भारत को ट्रेन तक नहीं मिली। अलबत्ता बरेली दिल्ली, बरेली मुंबई की हवाई यात्रा अवश्य प्रारंभ हुई। आंवला को जिला बनाने की मांग भी अधर में रही। आंवला के विधायक एवम प्रदेश में मंत्री धर्मपाल सिंह रामगंगा बेराज की योजना हो या मीरगंज को आंवला से जोड़ने की योजनाएं आज तक पूरी नहीं करा सके। बरेली के विधायक एवम मंत्री रहे डॉ अरुण कुमार ने बरेली में प्राणी उद्यान की फाइल चलवाई पर वह भी अंजाम तक नहीं पहुंची। बाईपास का रोडवेज बस स्टेशन एवम आई टी पार्क भी अभी परवान नहीं चढ़ सके। शहर के सिटी शमशान घाट पर जाने के लिए अंडर पास एवम उपरिगामी पुल भी अभी पाईप लाईन में है। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल या डॉ राघवेन्द्र शर्मा भी अपने अपने क्षेत्र में कोई बड़ी योजना की शुरूआत को केवल पत्र ही लिखने में व्यस्त रहे पर दोनो का क्षेत्र में जनसंपर्क काफी रहता है। संजीव अग्रवाल पिछले दिनों दक्षिण भारत के कई जिलों में भी पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होकर वहां पार्टी का प्रचार को जा चुके हैं । नवाबगंज एवम मीरगंज में भी विकास के कुछ ही काम हुए। बरेली के युवा मेयर उमेश गोतम ने अपने तर्ज पर पुना मेयर का चुनाव भारी मतों से ही नही जीता बीजेपी के पार्षदों की संख्या में भी इजाफा करा कराया। दूसरी बार जीतने पर उमेश गोतम अपने अंदाज में नगर निगम को चलाकर विकास कार्य कराने में जुटे है। बरेली के मेयर डॉ उमेश गोतम भी निगम के हो रहे कार्य पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। बीजेपी में पार्टी की हर अहम बैठक के अलावा वह शहर में होने वाले बड़े आयोजन में भी अपनी उपस्थिति दमदार तरीके से दर्ज कराते हैं। उनके साथ फोटो या सेल्फी लेने वालो की भी होड़ लगी रहती है। बरेली में अध्यक्ष अधीर सक्सेना एवम आदेश प्रताप सिंह पार्टी की नीति रीती से कार्यकर्ताओं को जोड़ कर आगामी लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुट कर डोर टू डोर पहुंचने के प्रयास में मंडल से लेकर बूथ स्तर तक की कड़ियां जोड़ कर आजकल निरंतर बैठक या सम्मेलन कर रहे हैं। प्रदेश सरकार में वनमंत्री अरुण कुमार भी बरेली के विकास कार्य एवम अपने विधान सभा क्षेत्र के होने वाले अधिकांश कार्यक्रम में बरेली में होने पर अवश्य पहुंचते हैं। वन मंत्री के भाई अनिल एडवोकेट भी बीजेपी की बरेली में नीव और पुख्ता करने से लेकर अपने भाई के विधान सभा क्षेत्र में वार्डस्तर तक के विकास कार्य के अलावा पार्टी के हर स्तर की बैठक में सुबह से शाम तक सहभाग करते है। उनके कार्यालय पर भी जनता अपने कार्य को लेकर आती है । अनिल जी सभी की बात सुनकर उसका निस्तारण कराने का भी पूरा प्रयास करते हैं।
निर्भय सक्सेना
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