जौनपुर: नगर में बेअसर साबित हो रहा साप्ताहिक बंदी का फरमान | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
बंदी वाले दिन भी धड़ल्ले से खुली रहती है दुकानें
खेतासराय जौनपुर। नगर में साप्ताहिक बंदी का असर बेअसर साबित हो रहा है। अधिकारियों के निर्देश के बाद भी बाजारबंदी पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है। साप्ताहिक बंदी के दिन दुकानें खुलने से नियमों का पालन करने वाले दुकानदार मायूस हैं। नगर में सोमवार का दिन साप्ताहिक बंदी के लिए निर्धारित है। पूर्व में अधिकारियों के आकस्मिक भ्रमण के चलते नगर में स्थित सभी दुकानें साप्ताहिक बंदी के दिन बंद ही रहने लगी थी। कभी-कभार अधिकारियों का भ्रमण होता है तो दुकानें बंद हो जाती हैं लेकिन नियमित भ्रमण न होने से दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोलने लगते हैं। इससे उन दुकानदारों को नुकसान होता है जो नियम का पालन करते हुए अपनी दुकानों को बंद रखते हैं। शुरूआत एक दो दुकानों के खुलने से होती है। धीरे-धीरे पूरा बाजार खुलने लगता है। इनमें से गोलाबाजार, खुटहन मार्ग, नगर का मुख्य मार्ग, पुरानी बाजार रोड, दीदारगंज मार्ग के अलावा आदि स्थानों के दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खोले रहते हैं। नगर में साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं हो पा रहा है। तत्कालीन जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने उत्तर-प्रदेश दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम, 1962 की धारा-8(2) का हवाला देते हुए साप्ताहिक बंदी की नियमावली 1962 के नियम 6 के अंर्तगत जनपद के विभिन्न नगर के साप्ताहिक बन्दी के दिन घोषित किया गया था। तथा सम्बंधित विभाग को निर्देशित कर बन्दी का पालन ना करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाई करने की बात कही थी। जो अब सिमटकर रह गया है। स्थानीय कस्बा खेतासराय में सोमवार का दिन बन्दी के लिए सुनिश्चित है। लेकिन चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत चरितार्थ होने लगी। शुरु आत में ज्यादातर दुकान इसका पालन करने लगे और श्रम विभाग भी दुकान खोलने वालों के खिलाफ कार्यवाई की। लेकिन वह सब महज़ खानापूर्ति होकर रह गया। दुकानदारों में चर्चा था कि जितना जुर्माना करेंगे उससे ज्यादा बन्दी वाले दिन बिक्री कर भरपाई कर लिया जाएगा। और ऐसे में धीरे-धीरे दुकान खुलने लगी और अब बन्दी वाले दिन भी धड़ल्ले से दुकान खुली रहती है। इसके पीछे का कारण श्रम विभाग की कार्यवाई ना होना लोगांे द्वारा बताया गया। इस संबंध में उद्योग व्यापार मंडल की खेतासराय नगर इकाई के अध्यक्ष संजय वि·ाकर्मा ने बताया कि वे साप्ताहिक बंदी का समर्थन करते है। कई बार व्यापारियों से निवेदन किया गया बावजूद दुकानदार नहीं मान रहे है। उन्होंने उन्होंने नाराज़गी जाहिर करते हुए दुकान खुलने के पीछे का कारण श्रम विभाग की लापरवाही बताया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि श्रम विभाग जगह-जगह साप्ताहिक बंदी को लेकर कैम्प लगाकर जागरूक कर रही है लेकिन खेतासराय में अभी तक झांकने तक नहीं आयी है और ना ही साप्ताहिक बन्दी वाले दिन दुकान खोलने वाले दुकानदारों के खिलाफ कोई कार्यवाई कर रही है। ऐसे में धड़ल्ले से दुकानदार बंदी वाले दिन भी कस्बा में दुकानें खुली रहती है।