नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। सुबह ए बनारस की प्रभाती में शनिवार को महाराष्ट्र से आईं किरपेकर बहनों का शास्त्रीय गायन हुआ। मधुरा किरपेकर एवं भैरवी किरपेकर ने गायन का आरंभ राग नटभैरव में विलंबित एकताल में निबद्ध बंदिश ‘तू ही अनाहत नाद से किया। इसके बाद द्रुत तीनताल में स्वरचित बंदिश ‘भोर रंग छायो सुनाकर आनंदित किया। राग तोड़ी में मराठी नाट्य रूपक ‘सोहम हर डमरू और लोकप्रिय अभंग ‘बोलावा विठ्ठल का सुमधुर गायन किया। समापन राग भैरवी में निबद्ध अभंग ‘औघारंग एकजाला से किया। उनके साथ तबला पर अंकित कुमार सिंह एवं संवादिनी पर नागेंद्र शर्मा ने संगत की। संचालन डॉ. प्रीतेश आचार्य ने किया।
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