नया सवेरा नेटवर्क
शिक्षक दिवस
माता पिता ने जन्म दिया
गुरु ने दिया हमें सब ज्ञान,
जिन विपत्ति से अपरिचित थे
गुरु ने ही किया उनका समाधान।
गुरु के बिना जीवन में
अंधेरा फैल जाता है,
अगर समझ ही न विकसित हो तो
कच्चा खिलाड़ी भी मात दे जाता है।
गुरु जी की कृपा से हमने
अच्छे बुरे का ज्ञान पाया,
कौन है अपना कौन है पराया
ये संज्ञान गुरु ने बताया?
आपके चरणों में सादर प्रणाम
आपकी कृपा से हो मेरा कल्याण,
राष्ट्र हित में सदा कार्य को समर्पण करूं
आपका नाम गुरु जी विश्व में प्रकाशित करू।
वर्णमाला नही पढ़ना आता था
तब गुरुजी ने सिखाया,
थोड़े बड़े हुए तो मोटी किताब को पाया
देखकर हमे किताब को रोना आया
पर गुरुजी ने सदा हमारा उल्लास बढ़ाया।
सिर उठा के जी सके
गुरु ने इतना मुझे काबिल बना दिया,
कभी कभी तो लगता है गुरु को
पाकर ईश्वर को पा लिया।
(सभी देशवासियों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं)
रितेश मौर्य
जौनपुर, उत्तर प्रदेश।
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