मुंबई: सनातनी हिंदू होने का मुझे गर्व है: राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई हिंदी भाषी समाज ने किया स्वागत
मुंबई। ‘मुझे गर्व है मैं सनातनी हिंदू हूं। मैं संवैधानिक पद पर हूं , राजनीतिक दल का सदस्य नहीं रह सकता . मेरा वक्तव्य राजनीतिक नहीं .भारत की रज-रज में में आध्यात्मिक संस्कृति प्रवाहित होती रहती है। देश हर दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत पांचवी अर्थव्यवस्था बन चुकाहै।’ उक्त उद्गार हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल जी ने व्यक्त किए। अपनी मुंबई यात्रा के दौरान वे मुंबई हिंदी भाषी समाज द्वारा यशवंत राव चव्हाण सभागार में आयोजित स्वागत समारोह में बोल रहे थे। 14 सितंबर,2023 को मुंबई आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने नरीमन पॉइंट स्थित यशवंत राव चव्हाण सभागार में मुंबई हिंदी भाषी समाज को संबोधित किया। हिंदवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज को प्रणाम करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने सभी को हिंदी दिवस की बधाई दी। उन्होंने चुनाव के दौरान मुंबई में आकर अपने काम करने के अनुभव बांटे। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज मैं अपने घर के लोगों से मिल रहा हूं। श्री शुक्ल ने कहा कि पद और प्रतिष्ठा बहुत बचाकर रखनी पड़ती है। यह कब रहे, कब चला जाये लेकिन व्यवहार बना रहेगा तो सब उत्तम रहेगा। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने कहा कि यह सोचना होगा कि सनातन की रक्षा कैसे करनी है? लोगों को लगता है कि सनातन को कुछ बोलकर वोट मिल सकता है इसलिए कुछ लोग ऐसा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पिछले दिनों रायबरेली में एक कार्यक्रम में था, वहां भी मैंने अपने सनातनी हिंदू होने पर गर्व होने की बात कही। उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के संस्कारों की बात कहते हुए कहा कि इस देश की संस्कृति ने सबके सुख की कल्पना की है।
समारोह के दौरान भाजपा, मुंबई के उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि आज हम एक ऐसे व्यक्तित्व का स्वागत कर रहे हैं जो ऊंचे से ऊंचे पद पर रहते हुए भी हमेशा बेदाग रहे हैं। वे बेदाग इसलिए रह पाए हैं क्योंकि वे सनातन पर विश्वास करते हैं। सदाचार से क्या नहीं प्राप्त किया जा सकता है , इसका सर्वोत्तम उदाहरण हैं हिमाचल के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल जी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने कहा कि जहां ज्वाला देवी हैं, जहां बगलामुखी देवी हैं यानी जो हिमाचल प्रदेश देव भूमि है वहां के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल जी हमारे बीच हैं। मुंबई में रहने वाले हिंदी भाषियों के लिए गर्व की बात है कि स्वच्छ, अनुशासित और संयमी राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल का हिंदी दिवस पर स्वागत करने का अवसर प्राप्त हुआ है। प्रेम शुक्ल ने शिवप्रताप शुक्ल जी को किसी भी परिस्थिति में समझौता न करनेवाला और अपने विचारों पर अडिग रहने वाला व्यक्ति बताया.।पुलिस महानिदेशक (होमगार्ड) भूषण कुमार उपाध्याय ने कहा कि आध्यात्मिक व्यक्ति की समाज को देखने की दृष्टि बदल जाती है। भारत में नाम और गुण बहुत मायने रखते हैं। समर्पित व्यक्ति ही सामाजिक जीवन की यात्रा को नवीन ऊंचाई दे पाता है। शिवप्रताप शुक्ल जी का जीवन इन सभी गुणों का समन्वय है।कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने अपने संबोधन में कहा कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण अंतिम चरण में है। जिस प्रकार मूर्ति के सामने बैठने पर आध्यात्मिक अनुभूति होती है, वही भाव शिवप्रताप शुक्ल जी के सम्मुख होता है। आचार्य पवन त्रिपाठी ने मुंबई के हिंदी भाषियों को फेविकोल की भांति जोड़ रखा है। हमें आगे चलकर बड़े स्तर पर कार्य करना है। ताकि देश एवं समाज को आगे ले जाने की दिशा में बेहतर कार्य किए जा सकें।
इस अवसर पर शहर की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने उनसे भेंट कर उनका स्वागत किया।
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