नया सवेरा नेटवर्क
कथा वाचिका ने कहा मेरे भीतर प्रकाश, मेरे हदय में प्रकाश
जौनपुर। श्रीराम कथा परिवार के सम्बन्धों की व्यवहारिक मार्गदर्शिका (प्रैक्टिकल गाइड) है। चाहे वह भाई-भाई का हो, चाहे मित्र या चाहे पति-पत्नि का सम्बन्ध हो। उक्त बातें नगर में आयोजित श्रीराम कथा करने आयीं आर्ट आफ लिविंग की साध्वी करिश्मा ने कही। कलेक्ट्रेट के पत्रकार भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुये उन्होंने बताया कि आर्ट आफ लिविंग परिवार द्वारा 6 दिवसीय श्रीराम कथा नगर के सिद्धार्थ उपवन में चल रही है। श्रीराम कथा सहित उसके विभिन्न तथ्यों पर प्रकाश डालते हुये उन्होंने पूज्य गुरूदेव श्री श्री रविशंकर के शब्दों को ही दोहराते हुए कहा कि राम का अर्थ है- मेरे भीतर प्रकाश, मेरे हदय में प्रकाश। श्रीराम कथा के बारे में लगभग सभी जानते हैं लेकिन इसका उद्देश्य यह है कि सभी को श्रीराम कथा का अनुभव हो। राम राज्य की बातें तो सभी करते हैं लेकिन उसके मापदण्डों का पालन करके ही एक सुखी, समृद्धि, खुशहाली, सर्वजन का हित कल्याण किया जा सकता है। प्रशिक्षक जय सिंह ने बताया कि विगत 17 वर्षों से आर्ट आफ लिविंग के चहारसू चैराहे के पास स्थित केन्द्र के माध्यम से अपनी सेवाएं अर्जित कर रहा है। इसी कड़ी में हमारा अगला शिविर 26 सितम्बर दिन मंगलवार से आरम्भ होगा। इस अवसर पर राम कथा के मुख्य यजमान मनीष नारायण चौरसिया, मुख्य आयोजक डॉ. क्षितिज शर्मा, विकास सिंह, सत्यम सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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