नया सवेरा नेटवर्क
मुम्बई. आरएसएस राष्ट्र निर्माण में संलग्न, देशभक्त और समर्पण का प्रतीक है। विरोधी इस बात को क्या जानेंगे? राष्ट्र निर्माण के लिए आरएसएस ने कदम-कदम पर बलिदान दिया है। इसका स्वयंसेवक बनने के लिये घर-परिवार, जाति-समाज सब छोड़ना पड़ता है।
उक्त उद्गार असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने मुंबई में राजस्थानी समाज द्वारा अयोजित स्वागत समारोह में व्यक्त किये। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा और प्रवासी राजस्थानी समाज के नेता व पूर्व मंत्री राज के पुरोहित उपस्थित थे। अपने संबोधन में श्री कटारिया ने कहा कि ये पद आज है कल नहीं रहेगा। बीजेपी को आरएसएस ने ही यहातक पहुंचाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ईश्वरीय शक्ति है।
तभी तो वे जो 18-18 घंटे देश की भलाई के लिए काम करने मे लगे रहते हैं। इसी क्रम में राज के पुरोहित ने कहा कि राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया जमीन से जुड़े हुए नेता हैं, जिनका राजनीतिक जीवन निष्कलंक रहा। मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कविता पाठ कर महाराणा प्रताप को याद किया। आरएसएस के प्रचारक गुणवंत कोठरी ने भी राज्यपाल के जीवन की आरएसएस से जुड़ने और विधान सभा तक पहुंचने की जानकारी दी।
इस अवसर पर के आयोजक चंद्रशेखर पालीवाल (पालीवाल & संस), नवल सुराना, पालीवाल ब्राह्मण समाज मुंबई की ओर से अध्यक्ष तथा आयोजक चंद्रशेखर पालीवाल, उद्योगपति नंदकिशोर पुरोहित, पूर्णा शंकर जोशी, पत्रकार कृपाशंकर दवे, अशोक जोशी विनोद बागोरा, बीजेपी नेता भीमसिंह चौहान, सुमेर सिंह झाला, सोहन सिंह, बाबूलाल जोशी, मनीष पालीवाल सुरेश पाडीव, दिलीप प्रजापत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। मंच संचालन मनीष पालीवाल ने किया।
![]() |
Advt. |
![]() |
Advt. |
0 टिप्पणियाँ