आजमगढ़: बचपन से ही मेधावी छात्र रहे सूरज गुप्ता | #NayaSaveraNetwork
आजमगढ़। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों... इन पंक्तियों को चरितार्थ किया है सूरज गुप्ता ने। आजमगढ़ के मार्टिनगंज निवासी सूरज का चयन सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में हुआ है। एलएनटी कंपनी में इंजीनियर सूरज ने नौकरी करते हुए पढ़ाई जारी रखी और अब केंद्रीय सचिवालय सेवाओं में सफलता हासिल की है। उनका लक्ष्य आईएएस बनना है।
बचपन से ही मेधावी रहे सूरज गुप्ता के पिता डॉ. ओम प्रकाश गुप्ता वर्तमान में मुरादाबाद जिले में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य हैं। सूरज ने बरेली से 10वीं और 12वीं की परीक्षा हिंदी माध्यम से पास करने के बाद एनआईटी अगरतला से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया।
बातचीत में सूरज ने बताया कि वह शुरू से केंद्रीय सचिवालय सेवाओं के प्रति रुचि रखते थे, इसी के तहत सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर चयनित किए गए हैं। अपनी सफलता का श्रेय वह माता सुनीता गुप्ता व पिता डॉ.ओम प्रकाश गुप्त को देते हैं। सूरज ने कहा कि उन्हीं की प्रेरणा ने आज मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया है।
वर्तमान में वह एल एंड टी कंपनी में बतौर इंजीनियर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नौकरी के साथ 2 से 4 घंटे नियमित स्वाध्याय करने वाले सूरज का सपना आईएएस बनने का है। वह सिविल सर्विसेज की तैयारी में लगे हुए हैं। इनके दादा पन्नालाल गुप्त सेवानिवृत्त शिक्षक हैं।
पौत्र की इस सफलता से वह गदगद हैं। सूरज की सफलता पर पूर्व डिप्टी डायरेक्टर सेवायोजन विभाग रमेश चंद्र गुप्त सेवानिवृत्त शिक्षक राधेश्याम गुप्त ललित गुप्त प्रवक्ता भगवती प्रसाद गुप्त, डॉ अरविंद गुप्त, कृष्ण कुमार गुप्त, अशोक कुमार आदि ने सूरज को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।
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