जौनपुर: भागवत कथा जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है: अखिलेश पांडे | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- श्रीमद् भागवत सुनने का लाभ भी कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है
जय प्रकाश तिवारी
सुजानगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के ग्राम पंचायत रया, मुस्तफाबाद में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में पंडित अखिलेश पांडे ने रविवार को श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन बताया कि श्रीमद् भागवत सुनने का लाभ भी कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है।
श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। मनुष्य को जीवन परमात्मा ने दिया है, लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है। सत्संग का मनुष्य के जीवन में बड़ा महत्व है। वहीं पर अखिलेश पांडे महाराज ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वाचन करते हुए शास्त्री जी ने कहा कि भगवान सदैव भक्तों के वश में है।
भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं। जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, तब-तब भगवान श्रीहरि धरा पर किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं। जब कंस के पापों का घड़ा भर गया तब भगवान श्रीकृष्ण ने बृज में जन्म लेकर कंस का अंत कर पापी राजा से भक्तों को मुक्ति दिलाई।
इस अवसर पर नंद बाबा एवं श्री कृष्ण की सुंदर झांकी सजाई गई। सभी भक्तों ने नन्हे बालकृष्ण का पूजन किया। इससे पूर्व व्यास पीठ का पूजन मुख्य यजमान राज मूर्ति दुबे (एडवोकेट), कैलाश नाथ दुबे व आशा देवी ने किया।
![]() |
Advt |