महंगाई नें ऐसी आर्थिक छड़ी मारी | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
महंगाई नें ऐसी आर्थिक छड़ी मारी
महंगाई नें ऐसी आर्थिक छड़ी मारी
धरी रह गई छुट्टियों,घूमने की फुलवारी
अब चिंता, फ़िर आई छुट्टियों की बारी
परंतु एन्जॉय करने की सामर्थ्यता नहीं हमारी
डब्लयूएचओ की घोषणाके बाद खुशियोंकी पारी
बच्चे कर रहे जोरदार छुट्टियां मनाने तैयारी
वित्तीय हालत ख़राब है वस्तुएं खरीदने की
सामर्थ्यता नहीं है हमारी
कैसे बताएं बच्चों से व्यथा हमारी
खाली जेब है जमा पूंजी गई हमारी
रिश्तेदार दोस्त कोई नहीं दे रहे उधारी
महंगाई ने नहीं बख्शी किस्मत मारी हमारी
परंतु वित्तीय हालत ख़राब है तो क्या हुआ
जज़्बा जांबाज़ी भी पूंजी है हमारी
फ़िर से हिम्मत करके खड़ी करेंगे
वस्तुएं खरीदने की सामर्थ्यता हमारी
भारतीय हैं भारतीयता पहचान हमारी
हिम्मत हौसला धैर्य है पूंजी हमारी
फ़िर खड़ा करेंगे साम्राज्य आर्थिक स्थिति का
वस्तुएं खरीदने की सामर्थ्यता होगी हमारी-3
लेखक- कर विशेषज्ञ, साहित्यकार, कानूनी लेखक, चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुखदास गोंदिया महाराष्ट्र