नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। एक तरफ जब गांवों के हालात यह हैं कि जमीन विवाद को लेकर भाई -भाई से आपस में लड़ते रहते हैं। एक एक फीट जमीन के लिए मार पीट होती रहती है। विभिन्न समाधान दिवसों पर जमीन विवाद को लेकर शिकायतों का अम्बार लग जाता है। ऐसे में विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी में समाज सेवी नन्हे सिंह ने एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र हो रही है। गांव में चौरा माता मंदिर जो गांव का सबसे पुराना देव स्थल है जहां लोग कई पीढि़यों से शुभ कार्यों की शुरु आत इसी देव स्थल पर आकर पूजन अर्चन करके शुरू करते हैं। गांव में लोग अपने लड़कों की बारातें इसी देव स्थल से विदा करते हैं और दुल्हनें घर आने पर इसी मंदिर पर आकर आशीर्वाद लेती हैं, किन्तु इस मन्दिर पर आजादी के इतने सालों बाद भी पहुंचने का कोई रास्ता नहीं था लोग खेतों की मेड़ों से पैदल चलकर यहां पहुंचते थे। मन्दिर तक पहुंचने के लिए सरकारी दस्तावेजों में कोई रास्ता दर्ज नहीं था जिस कारण आवागमन की समस्या बनी रहती थी। इसके स्थायी समाधान के लिए मन्दिर परिसर से सटे काश्तकार से जमीन खरीद कर नन्हे सिंह रास्ते का निर्माण करवा रहे हैं। रास्ते के बन जाने से ग्राम वासियों को मन्दिर तक पहुंचने में सहूलियत होगी। इस सम्बन्ध में गांव के ही टिहुरी पाल कहते हैं कि उन्होंने अपनी पूरी उम्र में ऐसा काम किसी व्यक्ति द्वारा किया जाना नहीं सुना था कि कोई व्यक्ति सार्वजनिक रास्ते के लिए जमीन रजिस्ट्री करवाकर रास्ते का निर्माण करवाया हो।
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