साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखक समरेश मजूमदार का निधन | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
कोलकाता। बंगाली साहित्यकार समरेश मजूमदार का 79 वर्ष की उम्र में सेामवार को निधन हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। वह फेफड़े और सांस लेने की समस्या से पीड़ित थे और पिछले एक महीने से अस्पताल में उपचाररत थे।
मजूमदार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने टि्वटर हैंडल पर बंगाली में ट्वीट करके शोक जताया। उन्होंने लिखा, श्री समरेश मजूमदार को बंगाली साहित्य में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। उनके लेखन में पश्चिम बंगाल के समाज और संस्कृति के विभिन्न पहलू खूबसूरती से उभरे हैं। उसके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति। उन्हें सत्तर के दशक में नक्सवाद काल को अपने लेखन में खबूसूरती से चित्रित करने के लिए जाना जाता है।
इसे अलावा उनकी राजनीतिक विषयों पर लिखी किताबें उत्तराधिकार, कालबेला और कालपुरुष से भी उन्हें काफी लोकप्रियता मिली। उन्होंने कई यात्रा वृत्तांत और लघु कहानियां भी लिखीं। कालबेला के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया था। यह किताब नक्सली आंदोलन पर आधारित थी। मजूमदार के जासूसी किरदार अर्जुन को युवाओं और बुजुर्गों में खूब लोकप्रियता मिली थी।