अकोला में हिंसा के बाद धारा 144 लागू | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- नागपुर में अलर्ट, अहमदनगर में भी हुई पत्थरबाजी
अकोला। महाराष्ट्र के अकोला जिले में हुई हिंसा के बाद नागपुर जिले में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। नागपुर जिले के संवेदनशील इलाकों में पुलिस पैनी नजर रख रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो के साथ बैठक के बाद कमिश्नर ने सशस्त्र पुलिस की गश्त और शांति बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश जारी किया।
महाराष्ट्र के अकोला शहर में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हो जाने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई है और दो पुलिसकर्मियों समेत आठ लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने संवेदनशील ‘ओल्ड सिटी’ इलाके में शनिवार को रात करीब साढ़े 11 बजे हुई झड़प के संबंध में अब तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूरे शहर में इंटरनेट सेवा को निलंबित करने के साथ ही विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं।
अकोल में धारा-144
अकोला की जिला मजिस्ट्रेट नीमा अरोड़ा ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के चार पुलिस थाना क्षेत्रों में आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू करने का आदेश दिया, ताकि लोगों को गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने से रोका जा सके। पुलिस अधीक्षक (एसपी) संदीप घुगे ने बताया कि किसी सोशल मीडिया मंच पर एक धार्मिक पोस्ट के वायरल हो जाने के बाद हिंसा हुई।
अहमदनगर में पत्थरबाजी
अकोला में हिंसा की घटना सामने आने के बाद महाराष्ट्र के अहमदनगर में भी रविवार रात दो गुटों में जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसमें पुलिस वाले भी घायल हो गए। शेवगांव कस्बे में छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान पथराव की यह घटना हुई, जिसके बाद भीड़ ने दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठियों का सहारा लेना पड़ा। इस हिंसक झड़प में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि रविवार शाम साढ़े पांच बजे के करीब शहर में जुलूस निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए।
जुलूस छत्रपति शिवाजी रात करीब 8:00 बजे महाराज चौक पहुंचा। तभी अचानक एक गुट ने जुलूस की दिशा में पथराव कर दिया। जबकि दूसरे गुट का कहना है कि धार्मिक स्थल पर पहले भी पथराव किया गया था। इसके बाद वहां भगदड़ मच गई। हालांकि, बाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला, जिसके बाद हालात को काबू में किया जा सका।