नया सवेरा नेटवर्क
ग्रामीणों ने कोटेदार के विरूद्ध की कार्रवाई की मांग
सिकरारा जौनपुर। सरकार द्वारा जहां गरीबों व मध्यमवर्गीय परिवारों को वितरण प्रणाली के माध्यम से खाद्यान्न देने का कार्य किया जा रहा है ताकि कोई भी परिवार भूखा पेट न सोए। वही दूसरी तरफ राशन वितरण प्रणाली व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाले कोटेदार व विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से उक्त व्यवस्था में जमकर भ्रष्टाचार का खेल हो रहा है, जिसके प्रति जिम्मेदार आला अफसर खामोश बने बैठे हैं। विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चल रहा है कि क्षेत्र के जितने भी अढ़तियां वाले हैं। सभी कोटेदारों के यहां से भारी मात्रा में खाद्यान्न को खरीद रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण ग्राम सभा बभनौली में देखने व सुनने के लिए पर्याप्त हैं। बताते चलें कि बुधवार की देर रात लगभग एक बजे उक्त ग्राम सभा की कोटेदार डीका जायसवाल पत्नी अनिल जायसवाल के यहां से एक पिकअप पर कोटे का माल लद रहा था। जिसकी जानकारी किसी तरह से रात में ही बसपा नेता राजदेव गौतम को हुई तो वे ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गए और रंगे हाथ लद रहे राशन सहित गाड़ी को पकड़ लिया। इसके बाद उनके द्वारा स्थानीय थाने पर मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने राशन सहित गाड़ी व ड्राइवर को कब्जे में ले लिया गया। इस संबंध में पूछने पर पता चला कि ग्राम सभा रैया गुलजारगंज निवासी ग्राम प्रधान पंकज जयसवाल आढ़तियां का कार्य करते हैं। जिनके पिकअप पर उक्त कोटे का माल लद रहा था। इस संबंध में जब ग्रामप्रधान से बात किया गया तो उनके द्वारा यह बताया गया कि माल उसी गांव के एक किसान द्वारा भेजा गया था, जिसे मेरी गाड़ी लादने गई थी। गाड़ी की वजह से मुझे फंसाया जा रहा है। वही इस संबंध में अग्रिम जानकारी करने के लिए जब कोटेदार के मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल फोन नहीं उठा। इस संबंध में पूछने पर थानाध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है। राशन सहित पिकअप व चालक कब्जे में ले लिया गया है। खाद्यान्न विभाग से आदेश मिलते ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में बसपा नेता राजदेव गौतम से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी हाल में ही 6 माह पहले मेरे गांव में सरकारी राशन की दुकान के आवंटन का चुनाव हुआ था। ग्रामीणों ने उक्त कोटेदार को चुना था लेकिन तभी से वह भ्रष्टाचार कर रहा था। लोगों को माप में कम तौल रहा था इसके अलावा यूनिट में भी कम करके राशन दे रहा था। राशन बचाकर उसकी कालाबाजारी कर रहा था। तभी से ग्रामीणों द्वारा उक्त कोटेदार पर तहकीकात व नजर रखी जा रही थी कि बुधवार की रात सरकारी राशन को बेचते समय उसे रंगे हाथ पकड़ लिया गया। फिलहाल मामले की जानकारी सिकरारा सप्लाई इस्पेक्टर, जिलाधिकारी, एसडीम व विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखित प्रार्थना पत्र देकर के उक्त कोटेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।
![]() |
विज्ञापन |
![]() |
विज्ञापन |
![]() |
विज्ञापन |
0 टिप्पणियाँ