नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। प्राग नारायण स्थित राजकीय बाल गृह (शिशु) में चार शिशुओं की मौत के बाद अधिकारी हरकत में आए। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। अब लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
काम का होगा बंटवारा
बाल गृह में तैनात सभी कर्मचारियों के काम का बंटवारा किया जाए। संबंधित कर्मचारियों को इसका आदेश भी उपलब्ध कराया जाए। एक कापी कार्यालय में जमा कराई जाए। इसक बाद यदि कोई कर्मचारी काम में लापरवाही करता है। उदासीनता की वजह से घटना घटती है तो जिला प्रोबेशन अधिकारी ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं।
बच्चों की देखभाल, खान-पान का ऑडिट होगा
बाल गृह समेत दूसरी संस्थाओं में लाए जाने वाले शिशुओं और बच्चों की देखभाल के तौर-तरीके और उपलब्ध खान-पान की वस्तुओं का ऑडिट होगा। ताकि गड़बड़ी की दशा में जिम्मेदार पर शिकंजा कसा जा सके। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा सके। इसके तहत उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी) और उप निदेशक सभी संस्थाओं में उपलब्ध कराये जा रहे खान-पान, देखरेख आदि का ऑडिट कराएंगे। संस्थावार विस्तृत आख्या रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराएं। बाल कल्याण समिति शिशु बालक,बालिकाओं से संबंधित पत्रावलियां तय समय में निपटारा करें। बाल कल्याण समिति में लंबित प्रकरणों की उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी व उप निदेशक समीक्षा कर विस्तृत आख्या उपलब्ध कराएं।
बच्चों की तुरंत हो सेहत की जांच
बाल गृह में शिशुओं और बच्चों को लाने के तुरंत बाद सेहत की जांच करें। क्योंकि ज्यादातर शिशु के शरीर में चोट, संक्रमण व दूसरी गंभीर बीमारी हो सकती है। समय पर इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए जांच जरूरी है। इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। समय पर इलाज से शिशुओं की जान आसानी से बचाई जा सकती है।
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