मुम्बई: एम डी काॅलेज में महिला दिवस समारोह संपन्न | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
मुम्बई। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी एवं महर्षि दयानंद महाविद्यालय,परेल के हिंदी तथा स्ववित्त पोषित विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 'इक्कीसवीं सदी की नारी:दशा और दिशा' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आरंभ में काॅलेज की प्राचार्या डॉ छाया पानसे ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए महिला दिवस समारोह की आवश्यकता पर बल दिया।प्रस्ताविकी में महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ शीतला प्रसाद दुबे ने अकादमी की योजनाओं का परिचय देते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों से समाज और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत को गति प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। मुख्य अतिथि डॉ मंजुला देसाई ने भारतीय नारी की दशा में आए आमूल परिवर्तनों को रेखांकित किया। विशिष्ट अतिथि सर्जन कमांडर डॉ अमनदीप कौर ने कहा कि भारत की तीनों सशस्त्र सेनाओं की मुख्य कमांडर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के पद पर आसीन होने के साथ ही नारी अस्मिता का परचम बुलंदियों पर है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र सेनाओं के यूनिफॉर्म में आने के लिए नयी पीढ़ी की लड़कियों को आगे आने की महती आवश्यकता है। वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती सुधा श्रीमाली ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे हैं। शिक्षित होकर वे घर, परिवार,देश और स्वयं का नाम रोशन कर रही हैं।
संगोष्ठी में डॉ आशा नैथानी दायमा, रेणु शर्मा, डॉ उषा मिश्रा, डॉ मिथिलेश शर्मा, रेडियो सखी श्रीमती ममता सिंह,अधिवक्ता श्रीमती अर्चना पांडेय डॉ सत्यवती चौबे आदि विविध क्षेत्रों से पधारी नारी शक्तियों ने अपने अनुभवों से विद्यार्थियों को यह संदेश दिया कि आज की नारी कमजोर नहीं है।उसे अपनी शक्ति को पहचान कर आगे आना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में डाॅ रोशनी किरण, श्रीमती मृदुल तिवारी महक, श्रीमती निरुपमा शर्मा और श्रीमती नीरजा ने कविताएं प्रस्तुत की।
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