नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और अवतार सिंह पाश की शहादत दिवस पर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता आज भगत सिंह व उनके साथियों की 92वीं शहादत दिवस पर शहीद पार्क सब्जी मंडी जौनपुर में इकठ्ठा होकर भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. तत्पश्चात पार्क में एक संगोष्ठी का आयोजन का आयोजन कामरेड जयप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में किया गया. गोष्ठी का संचालन लाल प्रकाश राही ने किया.
नौजवानों के आदर्श हैं भगत सिंह : कामरेड जय प्रकाश सिंह
संगोष्ठी में अपनी बात रखते हुए कामरेड जय प्रकाश सिंह ने कहा कि इस शोषणकारी दमनकारी पूंजीवादी व्यवस्था के विरुद्ध भगत सिंह अपने छोटे से जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण संघर्ष चला रहे थे. उनके संगठन ने उत्तर भारत ही नहीं बल्कि पूरे भारत में विस्तार कर लिया था. भगत सिंह की क्रांतिकारी विचारधारा की लहर उस दौर में गांधी से भी आगे बढ़ गई थी. उन्होंने कहा कि भगत सिंह आज के परिपेक्ष में भी सबसे महत्वपूर्ण क्रांतिकारी के तौर पर इस युग के नौजवानों के आदर्श है.
आज की सरकारें ज्यादा खतरनाक : कामरेड किरण शंकर सिंह
इसी क्रम में कामरेड किरण शंकर सिंह ने भगत सिंह के विचारों को जनमानस तक फैलाने पर जोर देते हुए कहा कि आज की सरकारें अंग्रेजी सरकार और व्यवस्था से कहीं ज्यादा खतरनाक और जन विरोधी है.
भविष्य पर भी थी शहीद भगत सिंह की पैनी नजर : लाल प्रकाश राही
वहीं लाल प्रकाश राही ने संचालन करते हुए भगत सिंह के विचारों को युगांतरकारी विचार की संज्ञा देते हुए कहा कि भगत सिंह वर्तमान पर ही नहीं भविष्य पर भी उनकी बहुत पैनी नज़र रखे हुए थे. समाज व्यवस्था का कोई ऐसा भाग नहीं है, जिस पर उन्होंने अपने विचार न दिये हो. इसी क्रम में कामरेड विजय प्रताप सिंह, कामरेड रामकुमार सिंह ने अपने विचार रखें. कार्यक्रम में सुषमा, सीमा, संतोष, उदय राज, करिश्मा, अंबिका, कुसुम, लाल बहादुर, सतवंत सिंह, सुभाष कुशवाह, मिथिलेश मौर्य, शिवभुवन सिंह समेत दो दर्जन से भी अधिक लोग शामिल रहे.
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