नया सवेरा नेटवर्क
चेन्नई। अधिवक्ता एल सी विक्टोरिया गौरी और चार अन्य वकीलों ने मंगलवार को मद्रास उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी राजा ने न्यायालय के न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति में नए न्यायाधीशों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
सुश्री गौरी के साथ, पिल्लईपक्कम बहुकुटुम्बी बालाजी, कंधासामी कुलंदिवलू रामकृष्णन, न्यायिक अधिकारी रामचंद्रन कलैमथी और के गोविंदराजन थिलाकावदी ने उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीशों के रूप में पदभार ग्रहण किया।
इससे पहले, उच्चतम न्यायालय ने उनको उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने के कॉलेजियम के फैसले के खिलाफ दायर याचिकाओं के एक बैच को खारिज कर दिया था। शीर्ष अदालत ने याचिकाओं को इस आधार पर खारिज कर दिया कि वह यह नहीं मान सकता कि कॉलेजियम को अधिवक्ता गौरी की राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके विवादास्पद बयानों की जानकारी नहीं थी।
गत 17 जनवरी को, शीर्ष अदालत कॉलेजियम ने मद्रास उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के पद के लिए सुश्री गौरी के नाम की सिफारिश की। अधिवक्ताओं के एक वर्ग ने हालांकि, निर्णय का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि सुश्री गौरी भारतीय जनता पार्टी की एक प्रमुख पदाधिकारी थीं और उन्होंने अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘अभद्र भाषा’ का प्रयोग किया था।
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