नया सवेरा नेटवर्क
- कसबा पेठ से हेमंत रासने और चिंचवड से अश्विनी जगताप को टिकट
मुंबई। कसबा पेठ और चिंचवड विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए शनिवार को भाजपा की तरफ से दो प्रत्याशी घोषित किए गए। चिंचवड सीट से दिवंगत भाजपा विधायक लक्ष्मण जगताप की पत्नी अश्विनी जगताप को टिकट दी गई है, जबकि कसबा पेठ सीट से पुणे महानगरपालिका में स्थायी समिति अध्यक्ष रह चुके हेमंत रासने को प्रत्याशी घोषित किया गया है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उपचुनाव के लिए इन दोनों नामों की स्वीकृति प्रदान की।
इन दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 26 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और नतीजे दो मार्च को आएंगे। भाजपा की तरफ से दोनों सीटों पर निर्विरोध चुनाव कराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन महाविकास आघाड़ी के घटक दल चुनाव लड़ने पर अडिग हैं। चिंचवड की सीट लक्ष्मण जगताप के निधन से रिक्त हुई थी। इस सीट पर उनकी पत्नी अश्विनी जगताप को उम्मीदवार बनाया गया है। लक्ष्मण जगताप के निधन के बाद से उनके निकट संबंधी को टिकट देने पर चर्चा चल रही थी। इस सीट पर अश्विनी जगताप और लक्ष्मण जगताप के छोटे भाई शंकर जगताप के नाम की चर्चा थी। टिकट मिलने के बाद अश्विनी जगताप ने कहा कि उम्मीदवारी को लेकर हमारे परिवार में कोई विवाद नहीं था। मेरे देवर शंकर जगताप मेरे लिए बेटे समान हैं। अश्विनी जगताप पहली बार चुनाव मैदान में उतरेंगी। हालांकि वे अपने पति के चुनाव प्रचार में सक्रिय रहती थी।
कसबा पेठ सीट भाजपा विधायक मुक्ता तिलक के निधन से रिक्त हुई। इस सीट पर मुक्ता तिलक के पति शैलेश तिलक और उनके बेटे कुणाल तिलक का नाम चर्चा में था, लेकिन कुणाल तिलक को भाजपा प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी देकर उनका पत्ता काट दिया गया। इस सीट पर हेमंत रासने को उम्मीदवारी दी गई है। वे पुणे से भाजपा के नगरसेवक हैं। वे 2019 से 2022 तक चार बार पुणे महापालिका के स्थायी समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं। साथ ही वे श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती ट्रस्ट के उत्सव प्रमुख भी हैं। रसाने ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इन सीट पर निर्विरोध चुनाव कराने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन अन्य दल इच्छुक नहीं दिख रहे हैं...लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा भारी मतों से उपचुनाव जीतेगी। फडणवीस ने ट्वीट कर उपचुनावों के लिए भाजपा द्वारा घोषित उम्मीदवारों की सफलता की कामना की। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि चूंकि ये उपचुनाव मौजूदा भाजपा विधायकों के निधन के कारण हो रहे हैं, इसलिए वह अन्य दलों से अपील करेंगे कि वे चुनाव न लड़ें, ताकि भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए जाएं।
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