वाराणसी: लिट फेस्ट में बही साहित्य, संगीत और काव्य की त्रिवेणी | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित बनारस लिट फेस्ट के दूसरे दिन साहित्य, काव्य और संगीत की त्रिवेणी बही। पद्मभूषण पं. साजन मिश्र के गायन ने से लोग भावविभोर रहे तो शाम को कवि सम्मेलन में अशोक चक्रधर के साथ युवा कवियों ने हास्य और देशचिंतन की कविताओं की प्रस्तुति दी। अभिनेता रघुवीर यादव के साथ युवाओं का चर्चा सत्र भी शानदार रहा।
नव भारत निर्माण समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय ‘बनारस लिट् फेस्ट : काशी साहित्य कला उत्सव के दूसरे दिन समांतर सत्र में आज ‘साहित्य क्यों पर संगोष्ठी हुई। वक्ताओं ने कहा कि असुंदर को सुंदर बनाने की आकांक्षा ही साहित्य का उद्देश्य है। डॉ. देवव्रत चौबे, प्रो. केएम पांडेय, डॉ दीनबंधु तिवारी, डॉ प्रभात मिश्र ने विचार रखे। दिल्ली विवि से आए लेखक एवं मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार ने मीडिया का लोकतंत्र पर वक्तव्य दिया। कवि और कविता पाठ सत्र में वरिष्ठ लेखिका-कवयित्री सुमन केशरी, भोजपुरी कवि प्रकाश उदय और युवा कवि शुभम नेगी ने काव्य पाठ किया। इस दौरान गोमती देवी उत्कृष्टता सम्मान और नवभारत सर्जक सम्मान भी दिए गए। पार्श्व गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ (सुषमा श्रेष्ठ), केका घोषाल, प्रशांत अनिल समादार भी आकर्षण रहे।
शाम को पद्मभूषण पं. साजन मिश्र ने राग-रागिनियों का संधान किया तो श्रोता मंत्रबद्ध हो बैठे रह गए। अंतिम सत्र में कवि सम्मेलन के दौरान अशोक चक्रधर, अंकिता सिंह, रहमान मुसव्विर, कुंवर रंजीत चौहान, मदन मोहन दानिश, भूषण त्यागी, रामायणधर द्विवेदी आदि ने कभी गुदगुदाया तो कभी सोचने पर विवश किया। कार्यक्रम में काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो.एके त्यागी, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप राय, पद्मश्री रजनीकांत के साथ बृजेश सिंह, उमेश सिंह, अपर्णा सिंह, धर्मेंद्र कुमार, राजीव सिंह, मुकेश सिंह, कुसुम सिंह, पुनीत आदि की सक्रिय भागीदारी रही।