नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को चीनी उद्योग के 120 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने चीनी उद्योग की गौरवशाली विकास यात्रा को रेखांकित करने वाली कॉफी टेबल बुक विमोचन किया।
शुक्रवार को गन्ना मिल एसोसिएशन द्वारा उत्तर प्रदेश में चीनी उद्योग की स्थापना के 120 साल के उपलक्ष्य में इंद्रिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया। उत्तर प्रदेश में चीनी उद्योग की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली शख्सियतों को मुख्यमंत्री जी सम्मानित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, "हमारी सरकार किसान हितैषी है और हम किसानों के हितों से अलग कोई निर्णय कभी नहीं ले सकते। गन्ना किसानों को भुगतान की समस्या हमारी सरकार ने खत्म की।"
सीएम ने कहा कि पिछले छह साल के दौरान डबल इंजन की सरकार ने जो भी फैसला लिया। उससे गन्ना किसान खुश हैं। ऐसे में चीनी मिली भी तेजी के साथ आगे बढ़ रही हैं। 2017 से पहले चीनी मिलें बदहाली की अवस्था में थी, मिलें बंद हो रही थीं। हमारी सरकार बनने के बाद जब चीनी मिल के पदाधिकारी मिलने आए थे। तब एक बात ही बात का अनुरोध किया था कि गन्ना किसानों का समय से भुगतान हो। जब तक किसान के खेत में गन्ना है चीनी मिलें चलती रहेंगी।
सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि पहले 45 लाख गन्ना किसान थे लेकिन अब करीब 60 लाख किसान गन्ना उगा रहे हैं। कई लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती बढ़ी है। चीनी मिले भी उतनी ही मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं। चीनी मिलों ने गन्ना किसानों अच्छी वैराइट और तकनीक के साथ जोड़ने का काम किया है।
प्रधानमंत्री ने 9 साल पहले घोषणा किया था कि 2022 में गन्ना किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। ये यूपी में फलीभूत हुआ है। पिछले छह सालों में हमारी सरकार ने करीब 1,97,000 करोड़ के गन्ना मूल्य का भूगतान सीधे यूपी के गन्ना किसानों के खाते में किया है।
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