ख्वाहिशों का बोझ! | #NayaSaveraNetwork

नया सवेरा नेटवर्क

पराई आग पे रोटी  सेंकने नहीं आता,  

रेजा-रेजा  मुझे बिखरने नहीं आता। 

कत्ल कर देती हैं वे अपनी नजरों से,  

इल्जाम उनपे मुझे लगाने नहीं आता। 


गुनाह की रेत में मत दबा मेरा वजूद,  

झूठ  की आग  में जलने नहीं आता।  

मत छीनों जरूरत  की चीजें मुझसे, 

ख्वाहिशों का बोझ ढोने नहीं आता।  


ओढ़कर सोता हूँ सुकूँ की रात छत पे,  

मुझे  रातभर पैसे  गिनने  नहीं आता।  

सिसक रही हवाएँ कल -कारखानों से,  

कुदरत  का  दिल  दुखाने  नहीं आता।  


नर्म लफ्जों से बात करने में क्या हर्ज,  

हँसती  रात  को  रुलाने  नहीं आता। 

सूरज-चाँद- सितारों में छेद मत करो,  

कुछ को रोशनी में नहाने नहीं आता। 


मत सजाओ कोई गगन मिसाइल से,  

बहुतों को  खूँ  में  नहाने  नहीं आता। 

शाख- ए- अमन मत तोड़  अमेरिका,

तुझको  दुनिया  में  रहने  नहीं आता।  

रामकेश एम.यादव (कवि,साहित्यकार),मुंबई

*विधान परिषद सदस्य जौनपुर बृजेश सिंह 'प्रिंसू' की तरफ से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
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*भारतीय जनता पार्टी,उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय युवा नेता  व सुप्रसिद्ध समाजसेवी भाई पुष्पेन्द्र सिंह जी की तरफ़ से मछलीशहर-जौनपुर की महान जनता को नव वर्ष-2023 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। @PushpendraBJPUP #HappyNewYear2023*
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*वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह की तरफ से नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network* Ad
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