नया सवेरा नेटवर्क
भगवान भरोसे चल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
सिकरारा जौनपुर। बीमार होने के बाद इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में उपचार कराने के लिए जाना है तो रविवार को मत जाइए क्योंकि स्वास्थ्य सेवाएं रविवार को छुट्टी पर चली जाती है। इमरजेंसी ओपीडी खुली रहना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र के लोग इलाज के लिए भटकते है। रविवार को स्थानीय ब्लॉक के चांदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दोपहर 12 बजे तक ताला लगा मिला। यहां पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट, एएनएम और अन्य स्टॉफ नही आते है। ऐसा ग्रामीणों का आरोप है। रविवार को दोपहर 12 बजे तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदपुर का ताला नही खुला तो ग्रामीण क्षेत्र के लोग इलाज के लिए आए थे उन्हें मायूस होकर जाना पड़ा। इलाज के लिए आए खपरहा निवासी कीर्ति कुमार ने बताया कि सुबह 8 बजे से इंतजार कर रहे हैं। दोपहर को 12 बज गया है कोई भी डॉक्टर स्टॉफ नही आया है यहां तक कि ताला भी नही खुला हुआ है। इस संबंध में अपराध निरोधक कमेटी तेजीबाजार महामंत्री सुनील पांडेय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी लक्ष्मी सिंह से बात किया तो उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। बहुत ही जल्द वहां पर डॉक्टर उपलब्ध होंगे। सिकरारा स्वास्थ्य अधीक्षक शशिकांत पटेल ने बताया कि हमारे ऊपर बहुत जिम्मेदारी है मैं अकेला कहां कहा अपनी सेवा दूं। उन्होंने ये भी कहा कि फार्मासिस्ट और अन्य स्टॉफ अस्पताल में होंगे। जबकि दोपहर 1 बजे तक कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नही आया था। कुछ ही समय पहले बीजेपी नेता इस सामुदायिक केंद्र को गोद लेकर इसका प्रचार प्रसार किए थे क्षेत्र के लोग भी खुशी से झूम उठे थे। और आज इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का हाल बदहाल हो चुका है। एक तरफ सरकार स्वास्थ्य सेवा को सुधारने में लगी है तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य कर्मियों की घोर लापरवाही जमीनी रूप से दिख रही है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने चांदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुछ दिन पहले कुछ स्वास्थ्य कर्मियों का वेतन भी रोका था। इसके बावजूद भी यहां की दशा में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।
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