नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। भारतेन्दु नाटक अकादमी में रंगनाद संस्था की ओर से नाटक महारथी का मंचन किया गया। यह एक ऐसा नाटक है जिसका कथानक आज भी उतना समसामयिक है जितना सतयुग, त्रेता और द्वापर युग में था।
कथानक के अनुसार यदि सतयुग में हरिश्चंद छले गए तो त्रेता में राम और द्वापर में सोलह कलाओं में निपुण कृष्ण। एकलव्य, घटोतक्ष और कर्ण के साथ हुए अन्याय को भी नाटक में दिखाया गया। कर्ण के मन में अपने अस्तित्व को लेकर तमाम सवाल थे।
जिनके जवाब वह अंतिम समय तक तलाशता रहा। रितेश अस्थाना के निर्देशन में मंचित हुए नाटक में मंच पर पृथ्वी, मयूरी द्विवेदी, डॉ.सीमा मोदी, अभय सिंह, शुभम तिवारी, जयवीर गौड़, मनीष सिंह, आदित्य वर्मा, संदीप कुमार देव, सिकंदर निषाद, सुशांत, विनय गौड़ व अन्य कलाकारों ने प्रभावी अभिनय किया।
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