नया सवेरा नेटवर्क
थाने में पंचायत के बाद प्रेमिका से हुई शादी
सिकरारा जौनपुर। सोमवार की देर रात एक प्रेमी युवक ने अपनी प्रेमिका के घर पहुंचकर मकान के पीछे रहस्यमय परिस्थितियों में फांसी लगाने का प्रयास किया। उक्त प्रकरण के विषय में बताते चलें कि दिलीप सरोज पुत्र श्यामलाल सरोज ज्ञानपुर भदोही निवासी ग्राम गडेरिया पुर अपने एक रिश्तेदार के साथ एकता सरोज पुत्री कोठारी लाल सरोज निवासी ग्राम सभा बनसफा के यहां विगत 5 साल से आता जाता था। इसी बीच दोनों में प्यार हो गया और दोनों में एक दूसरे से शादी करने की बात भी हो गई लेकिन लड़की के परिजन युवक से शादी करने के लिए तैयार नहीं थे। आरोप है कि इसी बात को लेकर युवक ने युवती से शारीरिक संबंध बनाकर उसका वीडियो भी बना लिया था। लड़की के परिजनों ने बताया कि जब हम लोग कहीं पर अपनी लड़की की शादी के लिए जाते थे तो वह वहां पहुंच जाता था और सारी बात बता देता था शादी बिगड़ जाती थी यह सब विगत 5 साल से चल रहा था कि इसी बीच लड़की ने सोमवार की देर रात लड़के के मोबाइल पर फोन कर सूचना दिया कि मेरे जीजा आज जबरजस्ती मुझे लेकर कहीं जा रहे हैं किसी मंदिर में मेरी शादी किसी दूसरे के साथ करा देंगे। बस क्या था लड़की की बात सुनकर लड़का अपनी बाइक से रात्रि 10 बजे के करीब बनसफा गांव अपनी प्रेमिका के घर पहुंच गया और शादी की बात अपने साथ कर ने लगा। इस पर लड़की के परिजन राजी नहीं हो रहे थे बात नहीं बनता देख दरवाजे के पास पड़ी हंसीया को उठाकर अपने शरीर पर वार करने लगा तो लोगों ने हंसीया को छीन लिया इसके बाद वह मोबाइल फोन से बात करते हुए मकान के पीछे गया और अपने गमछे के सहारे एक नीम के पेड़ में फांसी लगा लिया किसी ने देख कर शोर मचाया तो मौके पर पहुंचे परिजन तत्काल उतार कर उसके परिजनों व पुलिस को सूचना देते हुए एंबुलेंस बुलाकर सदर अस्पताल ले गए जहां उसका उपचार कराया गया। उक्त बातें लड़की के परिजनों ने बताया किंतु लड़के के परिजनों ने बताया कि उसके दरवाजे पर पहुंचते ही लोगों ने पकड़कर पिटाई किया इसके बाद घर के पीछे ले जाकर उसके गमछे के सहारे फांसी पर लटकाने का प्रयास किया किसी ने यह देख कर शोर मचाया तो फिर से फांसी के फंदे से उतारकर इलाज कराने के लिए लेकर भागे ठीक होने पर दोनों के परिजन सुबह थाने पर पहुंचकर पुलिस को अपना अपना बयान दर्ज कराया और आपस में शादी करने की बात भी सामने आई। इसी बात को लेकर घंटों पंचायत हुई। अंत में थानाध्यक्ष रमेश ने किसी तरह समझा-बुझाकर दोनों की शादी बगल के पावर हाउस के सामने बने मंदिर में करवा दी। फिर प्रेमी दुल्हा बन गया प्रेमिका दुल्हन बन गई। लोगों ने शादी के बाद खुशी से मिठाइयां खाई और दूल्हा दुल्हन को अपने घर लिवा कर चला गया। इस प्रकरण को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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