सेना दिवस की हार्दिक शुभककामनाएँ| #NayaSaveraNetwork

नया सवेरा नेटवर्क

सेना दिवस!

ऐ!  मेरे  वतन  के  लोगों,

जरा  याद  करो  कुर्बानी।

फिर आया सेना दिवस ये,

है  कोई न  इसका  सानी।


इनके चलते  ही  घरों  में,

हम चैन की नींद  हैं लेते।

ये  नींद  गंवाकर  अपनी,

सरहद की हिफाजत करते।

रखकर  ये आँख  में मस्ती,

रचते   हैं   अमर   कहानी।

नभ,जल,थल इनसे हिलता,

ये   अमर   वीर  बलिदानी।

ऐ!   मेरे   वतन  के  लोगों,

जरा   याद   करो  कुर्बानी,

फिर आया  सेना दिवस ये,

है  कोई न  इसका  सानी।

ऐ!  मेरे  वतन  के  लोगों........


कोई नभ में आग उगलता,

ये  छाती  अपनी  अड़ाते।

गोली   लगने   से   पहले,

दुश्मन   को  धूल  चटाते।

खूनों  से   नहाती   धरती,

है   ऐसी  इनकी  जवानी।

फिर आया सेना दिवस ये,

है  कोई न  इसका सानी।

ऐ!  मेरे  वतन  के  लोगों,

जरा  याद  करो  कुर्बानी।

ऐ!  मेरे  वतन  के  लोगों........

रामकेश एम.यादव (कवि, साहित्यकार), मुंबई


*वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञानप्रकाश सिंह की तरफ से मकर संक्रान्ति एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
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*विधान परिषद सदस्य जौनपुर बृजेश सिंह 'प्रिंसू' की तरफ से मकर संक्रान्ति एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
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*वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह की तरफ से मकर संक्रान्ति एवं गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | Naya Sabera Network*
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