नया सवेरा नेटवर्क
तभी तो मलाई मिलेगी
जनता हितैषी शासकीय कर्मचारी हूं
मदिरा सहित नशीली चीजों की बंदी चाहता हूं
किसी को बताना मत फिर हमारी चलेगी
तभी तो मलाई मिलेगी
स्प्रिट वाली बिकती है मुंह फेर लेता हूं
बनाने वालों से हफ्ता ले लेता हूं
सहमत हूं पियोगे तो मरोगे नीति चलेगी
तभी तो मलाई मिलेगी
जनता के स्वास्थ्य का बहुत हितेषी हूं
मदिरा सहित नशे पर राष्ट्रीय बंदी बिल्कुल चलेगी
किसी को बताना मत अंदर खाने हमारी चलेगी
तभी तो मलाई मिलेगी
डिजिटल ने ऊपरी कमाई कम की है
हमारी फैमिली कैसे चलेगी
अंदर खाने की जब चीजें पॉवर मिलेगी
तभी तो मलाई मिलेगी
जनता मरती है तो दिखावे की चाबुक चलेगी
दूसरों पर कार्यवाही पर हमको छूट मिलेगी
हिस्सेदारी से तो ज़रूर बाशें खिलेगी
तभी तो मलाई मिलेगी
-लेखक - कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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