प्रशासन के रवैए पर आईएमए खफा | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
बिना जांच किए सील किया डायग्नोसिस सेंटर
जौनपुर। नगर के वाजिदपुर तिराहा के समीप स्थित आदशर््ा डायग्नोस्टिक सेंटर को सील किए जाने पर आईएमए ने गहरी नाराजगी जताई है। रविवार को आईएमए भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आईएमए के जिलाध्यक्ष डॉ एके मिश्र ने कहा कि बगैर जांच पड़ताल किए ही प्रशासन ने डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करने की कार्रवाई की है जो बेहद ही निंदनीय है। आईएमए के सदस्य व पूर्व विधायक डॉ हरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आदशर््ा डायग्नोस्टिक सेंटर में काम करने वाले चिकित्सक डॉ ए के चट्टोपाध्याय को सितंबर 2022 में हटा दिया गया था क्योंकि वह मानक के विपरीत कई अन्य सेंटरों पर अपना नाम दिए हुए थे। डॉ एके चट्टोपाध्याय ने जिलाधिकारी व सीएमओ को पत्र लिखकर सूचित किया भी था लेकिन सीएमओ के यहां से पोर्टल पर इनका नाम अभी तक हटा नहीं जिसके कारण दूसरे डॉक्टर का नाम अभी तक अपलोड नहीं हो पाया। डॉक्टर ए के चट्टोपाध्याय का नाम पोर्टल से हटाने का अधिकार व दायित्व संबंधित अधिकारियों का ही होता है। इन सब तथ्यों की जांच किए बगैर ही दुराग्रह पूर्ण भावना से जिला प्रशासन ने डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करने की कार्रवाई की है। जबकि नियमानुसार डायग्नोस्टिक सेंटर को सील करने से पहले सिटी मजिस्ट्रेट को पूरे मामले की जानकारी सीएमओ कार्यालय से लेनी चाहिए थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस वक्त नगर मजिस्ट्रेट डायग्नोस्टिक सेंटर पर पहुंचे थे उस वक्त उनके समक्ष भी सेंटर के संचालक की ओर से यह सारे तथ्य रखे गए थे लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। प्रशासन ने दुराग्रह पूर्ण कार्यवाही की है । डॉ सिंह ने दावा किया है कि केंद्र को सील करने के बाद नगर मजिस्ट्रेट ने एसीएमओ को बुलाकर उन पर दबाव बनाकर अभिलेखों पर उनका हस्ताक्षर करवाया और सारे प्रपत्र और मूल अभिलेख अपने साथ लेकर चले गए जबकि एक प्रतिष्ठित डायग्नोस्टिक सेंटर जो लंबे समय से अपनी सेवाएं दे रहा है वह नियमानुसार सीएमओ कार्यालय में रजिस्टर्ड है। उसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस पूरे मामले को जिलाधिकारी से संज्ञान में लेने की मांग की है। आईएमए के सचिव मेजर डॉ एके मौर्य ने कहा कि आईएमए के सदस्य उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त चिकित्सा विज्ञान में प्रशिक्षित सम्मानित नागरिक हैं जो समाज के लिए अत्यंत आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं। अधिकारी से हम यह अपेक्षा करते हैं कि हमारे साथ गरिमा पूर्ण व सम्मानजनक भाषा का प्रयोग करें और हमारे साथ कोई अपमानजनक व्यवहार न करें। इस मौके पर संगठन के डॉ तेज सिंह, डॉ आलोक यादव, डॉ जयेश सिंह, डॉ मुकेश शुक्ला, डॉ फैज अहमद, डॉ एए जाफरी एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
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