नया सवेरा नेटवर्क
युवावस्था
ये उम्र का ऐसा पड़ाव है
जहां बहुत रास्ते दिखते हैं,
कोई मालिक बन जाता है तो
उसके आगे नौकर झुकते हैं।
जिन्दगी का असली इम्तिहान
यहीं से शुरू हो जाता हैं
कोई बादशाह बन जाता है तो
कोई गुलाम बन के रह जाता है।
पढ़ाई और लड़ाई के लिए भी
बड़ा जोश होता है
कोई चिंताजनक बात सुनाई दे जाए तो व्यक्ति बेहोश भी होता है।
प्रेम का भी पाठ इसी अवस्था में
दिख जाता है
कोई एक होता है जो नज़र में बस जाता है
जिनके पाने के लिए लोग हर तरीके से गुजरते है
हां इसी उम्र में लोग महोब्बत करते हैं
कहते है की जवानी में आकर लोग बदलते है,
पर सच तो ये है कि इसी समय वो अपना इतिहास रचते हैं।
बड़ी समस्या से गुजरती है ये उम्र
क्युकी माता पिता की करनी है फिक्र
चन्द लोग मिलते है तो बस करते है हमारे कर्मो का जिक्र।
जीवन में सब करना पर किसी के
घर की इज्जत न खराब करना ,
और जहां बात अपने इज़्जत पर आए
वहा कभी कुछ बर्दाश्त न करना
–रितेश मौर्य
जौनपुर, उत्तर प्रदेश।
Ad |
0 टिप्पणियाँ