अधिवक्ता भवन में गोष्ठी में भाग लेते अधिवक्ता। |
नया सवेरा नेटवर्क
प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिवस पर हुआ कार्यक्रम
मछलीशहर,जौनपुर। स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिन पर 3 दिसम्बर को अधिवक्ता समुदाय द्वारा प्रत्येक वर्ष अधिवक्ता दिवस मनाया जाता है। अधिवक्ता दिवस के अवसर पर अधिवक्ता भवन में आयोजित गोष्ठी पर बिचार व्यक्त करते हुये वक्ताओं ने उनके कृतित्व व व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि डॉ.राजेन्द्र प्रसाद स्वयं एक विद्वान अधिवक्ता थे। वह भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में प्रमुख नेताओं में से एक थे। स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति थे।जो 12 वर्षों तक राष्ट्रपति थे। जिनको 1962 में भारत सरकार द्वारा भारतरत्न से सम्मानित किया गया था। डॉ.राजेन्द्र प्रसाद अधिवक्ताओं के प्रेरणारुाोत बने रहेंगे।अधिवक्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र सिन्हा, केदारनाथ यादव,आर पी सिंह,अशोक कुमार श्रीवास्तव,राम आसरे द्विवेदी,प्रेम बिहारी यादव,कुंवर भारत सिंह,विनय पाण्डेय,इंदू प्रकाश सिंह,सरजू प्रसाद विन्द,श्याम सुंदर यादव,बृजेश यादव,सतिराम आदि ने विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भरत लाल यादव व संचालन कमलेश कुमार ने किया।
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