नया सवेरा नेटवर्क
बरसठी,जौनपुर। सरकार भले ही किसानों को पर्याप्त खाद-बीज उपलब्ध कराने का दावा कर रही हो पर जमीनी हकीकत काफी अलग है। इस वक्त रबी की बुआई चरम पर है, लेकिन गोदाम बीजो से खाली पड़े है। अब डीएपी के बाद अनुदान पर मिलने वाले गेंहू बीज की भी कमी हो गई है। ब्लॉक मुख्यालय पर बने राजकीय कृषि बीज गोदाम पर बीज न होने से किसान बाहर से महंगे बीज खरीदने को विवश है। बुधवार को राष्ट्रीय सहारा ने बरसठी बीज भंडार का जायजा लिया तो पता चला की प्रतिदिन अधिकांश किसान केंद्र से बिना बीज लिए बैरंग वापस लौट रहे है। केंद्र पर मौजूद किसान बेचारगी की स्थिति दिखे। कुरेदने पर किसानों ने बताया कि, बाजार से महंगे दर पर दोयम दर्जें की खाद-बीज खरीद कर गेहूं की बोवाई करने से किसानों को मजबूरन निजी दुकानदारों के हाथों लुटना पड़ रहा है। इसके उलट कृषि विभाग शत-प्रतिशत बीज वितरण का दावा कर रहा है। किसान उदयभान सिंह, संतराज दुबे, बसंतलाल, संजय, गिरजाशंकर, संतोष, सानू, चंद्रशेखर आदि किसानों ने बीजो के नही मिलने पर चिंता जताई है बताया कि, 8-10 किलोमीटर तक चक्कर लगाने के बाद भी अनुदान पर गेहूं का बीज नही मिल सका। एक सप्ताह से प्रतिदिन गोदाम पर जाते है और लौट आते है। खुले बाजार में लगभग 101 किस्म के गेंहू बीज उपलब्ध है, लेकिन वि·ाास न होने के कारण खरीददारी करना मुश्किल है वही महंगे दर पर लगभग 50 से 60 रु पए किलोग्राम गेंहू की बोरी खरीदने में अधिकतर किसान सक्षम नही है। राजकीय गोदामो पर 50 फीसद अनुदान पर मिलने वाला गेंहू बीज किसानों के लिए लाभपरक है। यही स्थिति क्षेत्र के मनीपुर, परियत, गोठाव, बरसठी, बरेठी सहित अन्य समितियों पर डीएपी खाद के लाले पड़े है। खाद न होने से समितियों पर ताले लटके है। इस संबंध में राजकीय कृषि बीज गोदाम बरसठी के एडीओ.एजी मनोज कुमार ने बताया कि, गोदाम पर गेंहू का बीज नील है। 27 नंम्बर तक लगभग 350 किसानों को अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया गया। डिमांड के अनुसार अभी लगभग सैकड़ो किसानों को बीज की आवश्यकता है। वही क्षेत्रीय किसानों ने जिला कृषि अधिकारी से पुन: पर्याप्त मात्रा में अनुदान पर मिलने वाले खाद-बीज उपलब्ध करवाने की जल्द मांग की है।
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