नया सवेरा नेटवर्क
- कई मोहल्लों में लोगों की शिकायत नाम नहीं मिले
- बीएलओ के भरोसे रहे लोगों को हाथ लगी निराशा
लखनऊ। मतदाता सूची का प्रकाशन होने के बाद मतदान केन्द्रों पर अपना नाम देखने वाले लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। साथ ही शिकायतें आनी भी शुरू हो गईं। लोगों का कहना है कि बीएलओ कहीं नहीं गए। जिन लोगों ने खुद फार्म भर कर मतदान केन्द्र जा कर दिया उनका ही जुड़ा। जो नहीं गए उनका नाम ही नही जुड़ा। कई मतदान केन्द्रों पर मतदाता सूची ही नहीं पहुंची।
इस्माइलगंज वार्ड के लोगों का आरोप है कि बड़ी संख्या में लोगों के नाम गायब हैं। पूर्व पार्षद मुकेश सिंह चौहान के अनुसार उनके पास बड़ी संख्या में शिकायतें आ रही हैं। वहीं, जिन स्थानों की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों ने पुनरीक्षण के दौरान पुरजोर आपत्ति दर्ज कराई उनको जरूर राहत मिली है। जानकीपुरम तृतीय वार्ड के सृष्टि अपार्टमेंट के लोगों का नाम आखिरकार मतदाता सूची में शामिल कर लिया गया। जानकीपुरम तृतीय वार्ड के गुडम्बा में उच्च प्राथमिक स्कूल को मतदान केन्द्र बनाया गया है। यहां जानकीपुरम विस्तार सृष्टि अपार्टमेंट के लोगों ने बूथ संख्या 559, 560 ओर 561 में अपने नाम देखे। सृष्टि अपार्टमेंट के लोगों का नाम अक्तूबर अंत में प्रकाशित मतदाता सूची में नहीं था। इस पर इन लोगों ने आपत्ति जताई थी। आरडब्ल्यूए पदाधिकारी विवेक शर्मा ने बताया कि अंतिम सूची में तीन हजार से अधिक नाम शामिल कर लिए गए हैं।
जानकीपुरम विस्तार में नाम गायब, नाराज लोग राज्यपाल से मिलेंगे
नगर निकाय चुनावों के लिए शुक्रवार को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो गया। बड़ी संख्या में मतदाता इस सूची से असंतुष्ट हैं। जानकीपुरम विस्तार के लोगों का कहना है कि सभी मतदाताओं के नाम सूची में नहीं हैं। इसका सबसे बड़ा सबूत वार्ड की सीमा है जो कि 28 हजार की आबादी रखी गई है। वहीं, जानकीपुरम विस्तार, उसकी सीमा में आने वाले नए बने अपार्टपेंटों में रहने वाली आबादी ही 50 हजार से अधिक है।
पुनरीक्षण से पूर्व जन कल्याण समिति और आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने नगर निगम के साथ मकानों की संख्या का आकलन किया था। प्रत्येक मकान में औसत तीन सदस्य मानते हुए भी जानकीपुरम विस्तार सेक्टर नौ में आबादी 50 हजार से अधिक निकली थी। यहां के लोगों ने नए बने जानकीपुरम वार्ड 22 में सक्षम अधिकारी की निगरानी में जातिगत गणना और मतदाता सत्यापन कराने की मांग की है। तब तक इस वार्ड को चुनाव की प्रक्रिया से दूर रखने का अनुरोध किया। जानकीपुरम विस्तार में सरगम, जनेश्वर, स्मृति, सृष्टि, सुपर ग्रीन, टी रोज, केन्द्रीय विहार, सीडीआर सहित कई नए अपार्टमेंट बने हैं जिनमें लोग रह रहे हैं। जानकीपुरम विस्तार संयुक्त कल्याण महासमिति के महासचिव विनय कृष्ण पाण्डेय ने बताया कि अब वह लोग इस संबंध में राज्यपाल से मिलेंगे। जब पुनरीक्षण अभियान चला तब भी नगर आयुक्त, जिलाधिकारी से लेकर राज्य निर्वाचन आयोग तक गए। बावजूद इसके कोई राहत नहीं मिली। पूरे क्षेत्र में किसी भी प्रकार का जातिगत सर्वे और बीएलओ की ओर से घर-घर सर्वे नहीं हुआ। अभी तक आम मतदाताओं को मतदाता सूची ना तो देखने को मिली और ना ही उनको इस सम्बन्ध में कोई जानकारी ही है।
बताया था ऐसा कोई पता नहीं फिर भी जुड़ गया नाम
विवेकानन्दपुरी वार्ड में स्थानीय लोगों ने फर्जी नाम पते वाले मतदाताओं की शिकायत की थी। सूची का प्रकाशन हुआ तो पता चला कि उनकी शिकायतों का कोई संज्ञान ही नहीं लिया गया। भाजपा नेता सुनील शंखधर ने महानगर, निराला नगर समेत कई इलाकों में ऐसे पते चिह्नित किए थे जिनमें मकान नम्बर ही नहीं है। कहीं पर मकान की जगह ‘नया तो कहीं पर ‘हाता लिखा हुआ है। सुनील के मुताबिक इन पतों में कोई सुधार नहीं हुआ।
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