धान की फसल को नुकसान पहुंचाते छुट्टा पशु। |
नया सवेरा नेटवर्क
खून पसीने से तैयार फसल की बरबादी देख किसान चिंतित
सुजानगंज,जौनपुर। स्थानीय विकास खंड में छुट्टा पशु किसानों द्वारा खून पसीने से तैयार किए गए फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है। जिसके चलते किसानों को परिवार का भरण पोषण की चिंता सता रहे। इतना ही नही आवारा पशु जिम्मेदार अधिकारी खण्ड विकास अधिकारी के कार्यालय और निवास की भी रखवाली करते देखे जाते है। जो अधिकारी अपने कार्यालय और निवास स्थान आवारा पशुओं से रखवाली करवा रहा हो वह छुट्टा पशुओं पर क्या कार्यवाई करेगा। आप इसी से अंदाजा लगा सकते है। जबकि प्रदेश सरकार ने लाखो रु पए पानी की तरह बहाकर जगह जगह गौशाला बनवाया है ताकि छुट्टा पशुओं को जिम्मेदार अधिकारी पकड़कर उसमे रख सके जिससे किसानों के फसलों की सुरक्षा हो सके।आलम यह है कि किसान हजारों रु पए की लागत और दिन रात खून पसीना बहाकर अपनी फसलों को तैयार करता है उसे झुंड के रूप में आकर आवारा पशु अपनी निवाला बनाने में देर नहीं कर रहे । जिसे देख किसानों के आखों से आंसू बह रहे है। किसान अरविंद कुमार सरोज ,ध्यान चंद यादव, मुन्ना सिंह के साथ कई ग्रामसभा के किसानों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि सरकार किसानों के भले के लिए खंड विकास अधिकारी को निर्देशित करती है।सरकार अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आवारा पशु किसी गांव में नही दिखना चाहिए। इसके बावजूद जिम्मेदार छुट्टा पशुओं पर कार्रवाई करने के बजाय कुंभकर्णी निद्रा में लीन है।
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