नया सवेरा नेटवर्क
- बाल विज्ञानियों ने प्रस्तुत किया स्वास्थ और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना से सम्बन्धित प्रोजेक्ट्स
जौनपुर। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, वन विहार रोड के प्रांगण में आयोजित की गयी। इस वर्ष के लिए राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय स्वास्थ और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना था। मुख्य विषय से सम्बन्धित स्वास्थ एवं पोषण से सम्बन्धित स्थानीय समस्याओं पर आधारित बच्चें अपने प्रोजेक्ट्स तैयार करके जिला स्तरीय आयोजन में प्रस्तुत किये। यह जानकारी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस जौनपुर की जिला समन्वयक डा. चन्द्रकला सिंह ने दी।
जिला समन्वयक ने आगे बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार द्वारा बच्चों में क्रियेटिव सोच एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने के उद्देश्य से पिछले 30 वर्षो से लगातर पूरे देश में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन सम्बन्धित राज्यों में विज्ञान लोकप्रियकरण के क्षेत्र में सुप्रसिद्ध सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा विभाग के समन्वयन में सतत् किया जा रहा है जिसमें कई लाख बच्चे अपने -अपने क्षेत्र की समस्याओं का अध्ययन विज्ञान विधि से करके उसे समाधान करने का प्रयास करते है और उसके सतत् दस्तावेजीकरण को विभिन्न स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत करते है, जिन्हे 'बाल वैज्ञानिक के रूप में सम्मानित किया जाता है।
जिला समन्वयक ने आगे बताया कि बच्चों द्वारा प्रोजेक्ट्स तैयार करने में सुविधा की दृष्टि से मुख्य विषय को 05 सब थीमों में भी विभक्त कर दिया गया था. जिसमें से 1. अपने पारितन्त्र को समझना 2. स्वास्थ्य, पोषण व कल्याण को प्रोत्साहन देना 3. पारितन्त्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रथाये 4 आत्मनिर्भरता के लिए पारितन्त्र आधारित दृष्टिकोण 5. पारितन्त्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार आदि थे।
सम्बन्धित उप विषयों के अन्तर्गत बच्चों ने पता किया कि उनके आस-पास स्वास्थ्य और पोषण से सम्बन्धित क्या-क्या प्रमुख समस्याएं है, और वे अपने प्रोजक्ट के अन्तर्गत विज्ञान विधि से कार्य कर के उसे पहचाने तथा कार्य योजना तैयार करके उसके समाधान का प्रयास किये। बच्चे पता लगाये कि जौनपुर में स्वास्थ और पोषण के लिए समाज का परस्पर तालमेल कसा है, स्वास्थ और पोषण और पर्यावरण परस्पर किस रूप में जुड़े हुये हैं और उसका स्वास्थ्य पर प्रभाव कैसा पड रहा है. बच्चे अध्ययन के दौरान अपने आस पास के क्षेत्र में पता किये कि स्वास्थ्य और पोषण हेतु क्या क्या उपाय करना उचित है और वे अपने स्तर से क्या क्या उपाय कर सकते है, बच्चे इस पर प्लानिंग किये और उसे एक नमूने के रूप में प्रस्तुत करने के प्रयास किये।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की इस प्रतियोगिता में जनपद के विभिन्न 15 विद्यालयों की 72 टीमों ने प्रतिभाग किया। जिसमें जूनियर ग्रुप में अनुराधा विश्वकर्मा नगर पालिका बालिका विद्यालय रूहट्टा, जौनपुर तथा नवीन कुमार सिंह एन.बी. जे०एच० स्कूल हुसेनाबाद, जौनपुर का तथा सीनियर ग्रुप में सुजन्या सिंह डा० रिजवी लर्नस सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, जीनपुर तथा प्रिया तिवारी नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेण्डरी स्कूल कन्हईपुर मुरादगंज जौनपुर का चयन किया गया। ज्ञातव्य है कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का राज्य स्तरीय आयोजन दिसम्बर में प्रयागराज में सम्पन्न होने जा रहा है जिसमें ये बच्चे प्रतिभाग करेंगे।
कार्यक्रम में शामिल प्रोजेक्ट के मूल्यांकन को डा. सुधीर कुमार उपाध्याय (पर्यावरण विज्ञान पूर्वांचल विश्वविद्यालय), डा० एस० के० सिंह, टी0डी0 कालेज, जौनपुर, डा. टी०एन० सिंह, पूर्व प्रवक्ता कृषि विभाग, टी0डी0 कालेज, जौनपुर डा० रणजीत सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य गांधी स्मारक इण्टर कालेज समोधपुर, जौनपुर, डा० शैलेश प्रजापति, पूर्वांचल विश्वविद्यलाय, डा० अम्बरीष कुमार पीजी कालेज मोहम्मद हसन, जौनपुर डा० नरेन्द्रपाल सिंह, टी०डी० पीजी कालेज, जौनपुर ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवं बच्चें के अतिरिक्त बाल विज्ञान कांग्रेस के सह समन्वयक डॉ. सीडी. सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के संचालन श्री अरविन्द सिंह ने किया धन्यवाद ज्ञापन डा. चन्द्रकला सिंह ने दिया।
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