नया सवेरा नेटवर्क
पर मैं जनता का सेवक हूं
मैं जनता की सेवा में हमेशा तत्पर रहता हूं
यह अलग बात है कि मैं स्वार्थी हूं
जनता से काम निकलने पर हट जाता हूं
पर मैं जनता का सेवक हूं
जनता द्वारा जमा कर की चोरी करता हूं
वोट को नोट से खरीदता हूं
साम-दाम-दंड-भेद चालें चलता हूं
पर मैं जनता का सेवक हूं
इलेक्शन तक ही सेवा करता हूं
बाकी पांच साल मेवा आता हूं
बेशुमार ऐशो आराम सुख-सुविधाएं लेता हूं
पर मैं जनता का सेवक हूं
जनाधार लेकर जनता का उपयोग करता हूं
जनता में जीरो हूं यह मैं जानता हूं
दबंगई हरे गुलाबी के बल पर मंच से बोलता हूं
पर मैं जनता का सेवक हूं
चुनावी कत्ल की रात को बटवाता हूं
नमक खिलाकर कसमें खिलवाता हूं
कार्यकर्ताओं से मिलकर यह काम करता हूं
पर मैं जनता का सेवक हूं
-लेखक - कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार कानूनी लेखक चिंतक कवि एडवोकेट किशन सनमुुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र।
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