भइया दूज पर्व पर भाई की आरती उतारती बहनें |
गोट बनाकर पूजन अर्चन करती हुई महिलाएं। |
नया सवेरा नेटवर्क
भाई ने बहन की सुरक्षा का लिया संकल्प
जौनपुर। भइया दूज का पर्व जिला मुख्यालय सहित ग्रामीणांचलों में परम्परागत ढंग से धूमधाम से मनाया गया। इसके पहले कुंवारी बहन अपने घर एवं सुहागिन बहन अपने मायके जाकर भाई के माथे पर टीका लगाया। साथ ही नारियल का गोला एवं मीठा भेंट करते हुये बहन ने भाई से अपनी सुरक्षा का संकल्प भी लिया। वहीं भाई ने अपनी बहन को उपहार दिया। मान्यता है कि इस दिन यमुना अपने भाई यम से मिलने गयी थी। उन्हें स्वादिष्ट भोजन कराया था। तभी से यह त्योहर भाई-बहन के प्रतीक के रूप में मनाया जाने लगा है। मछलीशहर संवाददाता के अनुसार स्थानीय नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भाईदूज का पर्व बड़े ही हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान क्षेत्र के तमाम मंदिरों में महिलाएं और युवतियों ने भाई की लंबी उम्र और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना की। बताते चलें कि दीपावली के बाद द्वादशी के दिन भाईदूज का पर्व मनाया जाता है। इस दौरान बहने भाई की सलामती और लंबी उम्र के लिए देवालयों में गोट बनाकर पूजन करती है और कहानियां सुनाती है। पूजन के दौरान लाई,चना,मिठाई को एक कुल्हड़ में रखकर पूजन करती है और रु ई की आयु बनाती है ताकि भाई की लंबी उम्र हो सके। इसके बाद भाई भी बहनो को उपहार देते है।
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