नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती "राष्ट्रीय एकता दिवस" के रूप में मनाई गई। रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय में पुष्पांजलि "सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवन यात्रा" विषयक चित्र-अभिलेख प्रदर्शनी एवं "भारत राष्ट्र और सरदार वल्लभ भाई पटेल" विषयक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय, क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई एवं क्षेत्रीय अभिलेखागार द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दूसरे सत्र में बीएचयू के सामाजिक विज्ञान संकाय की प्रमुख प्रो बिंदा परांजपे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के जीवन पर महात्मा गांधी का गहरा प्रभाव पड़ा। अपने त्याग, समर्पण और दृढ़ता से उन्होंने राष्ट्रीय एकीकरण का महान कार्य किया। तत्कालीन परिस्थितियों से सामंजस्य स्थापित कर विविधता और मतविभिन्नता के बीच यह महान कार्य पटेल जैसे व्यक्तित्व से ही संभव था।उन्होंने उसे बखूबी अंजाम दिया।
राष्ट्र को एक रखने के लिए हमें उनके आदर्शो और मार्ग का अनुसरण करना होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार वल्लभ भाई पटेल के छायाचित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया । कार्यक्रम का संचालन डॉ सुजीत कुमार चौबे तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ हरेन्द्र नारायण सिंह ने किया। "सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवन यात्रा" विषयक पन्द्रह दिवसीय अभिलेख प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसे दर्शकों द्वारा सराहा गया।
इस अवसर पर डा पीके झा, डा लक्ष्मीकांत सिंह, डा ज्योति सिंह, बलराम यादव, प्रशांत राय, वंदना गुप्ता, मनोज कुमार, विनय, वीरेंद्र,गणेश प्रसाद, कुमार आनंद पाल, शैज खां, आशुतोष श्रीवस्तव, प्रदीप कुमार, श्रीकृष्ण, महेन्द्र कुमार लाल आदि उपस्थित रहे।
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